गौशालाओं के संचालन में लापरवाही पर सचिव और प्रधान होंगे जिम्मेदार : एसडीएम
कोंच। एसडीएम अतुल कुमार ने कहा है कि गौशालाओं के संचालन में कहीं भी लापरवाही मिलती है तो इसके लिए ग्राम प्रधान और सचिव जिम्मेदार माने जाएंगे। यह बात उन्होंने गौ आश्रय स्थलों से संबंधित तहसील स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक में कही।
एसडीएम अतुल कुमार की अध्यक्षता एवं डिप्टी सीबीओ डॉ० सुरेश कनौजिया की मौजूदगी में तहसील सभागार में शनिवार को गौ आश्रय स्थलों से संबंधित तहसील स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक संपन्न हुई जिसमें बताया गया कि कोंच तहसील में 95 गौशालाएं हैं जिसमें कोंच विकासखंड में 60 एवं नगर पालिका में एक गौशाला, नदीगांव विकासखंड में 34 व एक नगर पंचायत में संचालित हैं। गौशालाएं सरकार की योजनाओं में प्राथमिकता पर है। गौशालाओं की व्यवस्थाओं और देखरेख की जिम्मेदारी प्रधान और सचिव की होती है। संचालन में लापरवाही पर यही दोनों जिम्मेदार माने जाएंगे।
एसडीएम ने कहा, गौशालाओं में एक छोटी सी प्राथमिक उपचार किट रखें ताकि केयर टेकर द्वारा घायल गोवंशों को प्राथमिक उपचार दिया जा सके। सर्दी के मौसम में गौशाला में भारी मात्रा में अलाव लगवाने के भी निर्देश उन्होंने दिए, साथ ही गौवंशों की सही संख्या ही रजिस्टर में अंकित करें, गौशाला में वैकल्पिक प्रकाश की भी व्यवस्था करें। एसडीएम ने यह भी बताया कि तहसील की कई गौशालाओं को स्मार्ट गौशाला के लिए चिन्हित किया जाना है। डॉक्टर ने कहा कि जब भी डॉक्टरों की टीम गौशाला में टैगिंग करने आए तो गौवंश को बांधने की व्यवस्था करें जिससे 15, 20 मिनट में सभी गौवंशों की टैगिंग हो सकती है। डिप्टी सीबीओ डॉ. सुरेश कनौजिया, एडीओ पंचायत नरेश चंद्र दुबे, सचिव वसीम खान, पवन तिवारी, अनुज गुप्ता, नरेंद्र पटेल, सूरजभान पटेल, शिल्पी राजपूत, पूनम राजपूत आदि मौजूद रहे।