– जांचों का विरोध कर महाविद्यालयों में तालाबंदी की दी चेतावनी उरई/जालौन। सेल्फ फाइनेंस एसोसिएशन की बैठक संपन्न हुई जिसमें शासन द्वारा की जा रही अनैतिक जांचों का विरोध किया गया और चेतावनी दी गई कि अगर शासन द्वारा किए जा रहे शोषण की नीति बंद नहीं की गई तो संपूर्ण तालाबंदी की जाएगी।
बैठक को संबोधित करते हुए सेल्फ फाइनेंस एसोसिएशन के सचिव आशीष मिश्रा ने बताया कि अधिकारी अपना लाभ लेने की दृष्टि से प्रबंधकों का शोषण कर उनसे रकम ऐंठने में लगे हैं। शासन द्वारा इस तरह का कोई अधिकार शासन के पास नहीं है कि केंद्रीय सरकार ने जो उन्हें मान्यता दी है उसकी जांच कराए। जब केंद्रीय सरकार मान्यता देती है तो उसकी पत्रावली या उसकी जांच स्थानीय प्रशासन के द्वारा की जाती है जिसमें समस्त अधिकारी शामिल होते हैं। इसके बाद फिर वही अधिकारी उसकी पुन: जांच करके क्या साबित करना चाहते हैं। आज पूरा देश कोरोना की चपेट में है। सारे स्कूल और कालेज पिछले आठ महीने से बंद हैं और पूरी शिक्षण व्यवस्था बंद है। इसके बावजूद अधिकारियों को कमाने की भूख लगी है। शासन से निर्देश आते ही कुछ अधिकारी कालेज प्रबंधकों को फोन करके उनका शोषण करने में लगे हुए हैं। आशीष मिश्रा ने कहा कि महाविद्यालयों में निरीक्षण पुन: कराना कतई न्यायोचित नहीं है क्योंकि इन्हीं सब अधिकारियों की कई बार जांच होने के उपरांत केंद्र सरकार द्वारा संबंधित महाविद्यालयों को मान्यता दी जाती है। छात्रवृत्ति की जांच करने की आड़ में महाविद्यालय प्रबंधक को अनावश्यक परेशान किया जाता है इसलिए एेसी जांचों की एसोसिएशन पुरजोर विरोध करती है और अगर जांचें नहीं रोकी गई तो सभी महाविद्यालय सामूहिक रूप से हड़ताल एवं महाविद्यालय में तालाबंदी करेंगे। इस मौके पर रजत द्विवेदी, भानुप्रताप सिंह, शैलेंद्र सोनी, प्रमोद तिवारी, गौरव द्विवेदी, सुनील शुक्ला सहित कई महाविद्यालयों के प्रबंधक मौजूद रहे।