कालपी/जालौन। कालपी में निर्माणाधीन बहुप्रतीक्षित ओवरब्रिज को दीपावली के पूर्व शुरू किए जाने को लेकर उपजिलाधिकारी व पुलिस उपाधीक्षक के अलावा एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर के साथ स्थलीय निरीक्षण किया गया तथा चल रहे निर्माण कार्य को देखा तथा आवश्यक दिशानिर्देश दिए।
बीते डेढ़ दशक से फोरलेन सड़क निर्माण कार्य जो कि स्थानीय जनता के लिए जहां एक ओर नासूर बन गया था वहीं दूसरी ओर यहां से गुजरने वालों को भी भारी मुसीबत उठानी पड़ती थी। इस प्रोजेक्ट की स्वीकृति वर्ष 2004 में केंद्र में एनडीए की अटल बिहारी वाजपेई व प्रदेश में मुलायम सिंह यादव की सरकार के दौरान इस क्षेत्र के उस समय के विधायक डा. अरुण मेहरोत्रा के कार्यकाल में स्वीकृत हुई थी लेकिन मुआवजे के नाम पर हुई लूटखसोट के चक्कर में यह फोरलेन सड़क विवादों में रहा। प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद इस कार्य को पूरा करने की जिम्मेदारी जिलाधिकारी डा. मन्नान अख्तर ने अपने हाथों में ली तथा डेढ़ वर्ष पूर्व भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में ओवरब्रिज निर्माण में बाधक बने कई धर्मस्थलों को हटाया गया। विवादों के बीच चलता रहा फोरलेन सड़क निर्माण कार्य पूरा होने की स्थिति में पहुंच गया है। नगर की जनता को जाम से निजात दिलाने के लिए दिपावली के पर्व पर ओवरब्रिज पर वाहनों को चलाने के लिए खोले जाने का तोहफा दिए जाने को लेकर उपजिलाधिकारी/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट जयेंद्र कुमार, पुलिस उपाधीक्षक आरपी सिंह, एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर श्रीगणेशन, फरीद अंसारी, डीएन तिवारी व कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शिवगोपाल सिंह के साथ ओवरब्रिज में हो रहे डामरीकरण के कार्य व फोरलेन सडक़ निर्माण कार्य की प्रगति को देखा तथा आवश्यक दिशानिर्देश दिए।