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कोरोना काल में प्रभावित परिवारों तक खाद्यान (राशन) मदद हेतु ज़िला स्तर पर दिया ज्ञापन

बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच व युवा शक्ति टीम ने जनपद के विभिन्न गांव में किया है आंकलन/रिसर्च
जनपद के 40 गावं के 501 ने राशन माँगा, 473 का राशन सूची से नाम गायब एवं पलायन से वापस लौटे 1331 लोगों की मांगो को किया शामिल
उरई/जालौन। कोरोना महामारी के चलते गावं के प्रभावित परिवारों तक खाद्यान (राशन) मदद हेतु बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच युवा शक्ति वालंटियर्स की टीम ने आज जिला मुख्यालय उरई पहुँचकर जिलाधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। जिसमे कोरोना महामारी के चलते जनपद जालौन के 40 गावं में प्रभावित परिवारों तक खाद्यान (राशन) पहुँच एवं लाभ हेतु बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच युवा शक्ति की ग्राम स्तरीय टीम द्वारा तहसील क्षेत्र के 40 गाँव में की गयी आंकलन रिपोर्ट को सौंपा।
विभिन्न गावं से आये संगठन के वालंटियर्स राजकुमार, रामसिंह, पूजा, रुकसाना, दीपा, अजीत ने कहा कि कोरोना महामारी (लॉकडाउन) के दौरान भी हमारे गाँव में कई परिवारों को अपने गावं की सरकारी राशन की दुकान(कोटा) से राशन नहीं मिला है एवं कुछ लोगों के पास राशन कार्ड भी नहीं है व कुछ लोगों के नाम राशन सूची से गायब है और राशन नहीं मिला है। इस कोरोना महामारी की वजह से इन परिवारों/लोगों के घरों में भी राशन संकट है, सरकार ने सभी को 3 महीने फ्री राशन देने को कहा था। जिसमे बहुत सारे परिवारों को राशन मिला है लेकिन कई परिवार है जो की राशन से वंचित रह गए है इसमें पलायन से वापस लौटे प्रवासी मजदूरों के परिवार भी शामिल है। जिनकी मांगों के लिए आज हम ज़िला स्तर जिलाधिकारी कार्यालय को ज्ञापन देने आये है, इससे पहले गाँव-गाँव से इस मांग को लेकर संबंधित तहसीलों में सप्लाई इंस्पेक्टर को अपने नाम हस्ताक्षर एवं सूची के साथ रजिस्टर्ड डाक से पत्र भी भेजे है।
टीम युवा शक्ति के साथियों ने सरकार से अनुरोध किया है कि बुन्देलखण्ड विशेष रूप से जनपद जालौन कोरोना जैसी माहमारी से जूझ रहा है। जिसमे बुन्देलखण्ड के हालात किसी से छुपे नही है इसलिए केंद्र एवं राज्य सरकार को सभी योजनाओं की विशेष निगरानी समिति बनाकर लोगों को लाभ दिलवाने का काम करें। मांगपत्र सौंपने से पूर्व पूरी कार्यवाही के दौरान टीम युवा शक्ति फिजिकल डिस्टेंसिंग का संदेश देते हुए नजर आये।
बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच के संयोजक कुलदीप कुमार बौद्ध के अनुसार बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच युवा शक्ति की टीम ने जनपद जालौन के 40 गावं में अपने वालंटियर्स के माध्यम से जिनको कोरोना लॉकडाउन के दौरान जिन स्कीमों का लाभ मिला व जिनको नहीं मिला दोनों का आंकलन किया है जिसमें निकलकर आया की 40 गावं के 501 को राशन नही मिला व 473 लोगों का नाम राशन सूची से गायब है, साथ ही पलायन से वापस लौटे 1331 प्रवासी मजदूरों से बात की गयी। इस दौरान प्रमुख रूप से आशीष, नंदकुमार, अब्दुल आलम, संजय वाल्मीकि, रुखसाना, कंचन, धर्मपाल, पंचम, ओमेन्द्र, राजकुमार, रमेश, संगीता, आदि मौजूद रहे।
प्रमुख मांगे
– संलग्न सूचि में गांव गांव से रजिस्टर्ड डाक के माध्यम लोगों के दुवारा सामूहिक रूप से सम्बंधित तहसील स्तर पर सप्लाई इंस्पेक्टर को भेजे गए सभी आवेदनों व संलग्न सूचि की जाँच करते हुए, बंचित लोगों/परिवारों को अतिशीघ्र राशन लाभ दिलाया जायें! साथ ही जिनके राशनकार्ड नहीं है उनके राशन बनाये जाएँ व जिनके राशन सूचि से नाम कट गए है या काट दिए गए है उन्हें पुन: जोड़ा जाये
– गावं में पलायन से बापस लौटे परिवारों/ प्रवासी मजदूरों को आर्थिक व खाद्यान मदद दी जाये व उनके खाद्यान संकट को दूर किया जाये
गांव बार : गावं के लोगों के द्वारा संबंधित सप्लाई इंस्पेक्टर को रजिस्टर्ड डाक से भेजे गए आवेदनों की
सूचि
कुल गावं/पंचायत – 40
रजि. डाक से भेजे गए कुल पत्र – 40
राशन दिलवाने के सम्बन्ध में भेजे गए आवेदनों में परिवारों/लोगों की संख्या
राशन से वंचित – 501
राशन सूची से नाम कटे – 473
पलायन से लौटे मजदूरों की संख्या, जिनकी सूची खण्ड विकास अधिकारी को भेजी गयी है।

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