बख्शे नहीं जाएंगे समस्याओं के निस्तारण में कोताही बरतने वाले अधिकारी : डीएम
जिला स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस में दर्ज करायी गयी 38 शिकायतें
कोंच (पीडी रिछारिया)। निकाय चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा लगायी गयी आदर्श आचार संहिता पिछले दिनों समाप्त हो जाने के बाद करीब डेढ़ माह से बंद संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन शनिवार को किया गया। जिला स्तरीय इस संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी चांदनी सिंह ने फरियादियों की समस्याएं और शिकायतें सुनने के बाद विभिन्न विभागों के अधिकारियों को दो टूक जता दिया कि समस्याओं के निस्तारण में कोताही बरतने वाले अफसर बख्शे नहीं जाएंगे। एक सप्ताह के भीतर मौके पर जाकर इन आईं हुईं समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण समाधान करना सुनिश्चित करें। संपूर्ण समाधान दिवस शुरू होने का प्रचार प्रसार नहीं होने के कारण सिर्फ 38 समस्याएं ही आईं जिनमें सर्वाधिक शिकायतें पेयजल, बिजली व साफ सफाई से संबंधित रहीं।
पूर्व बार संघ अध्यक्ष संजीव तिवारी सहित अन्य अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर बताया कि तहसील परिसर में लाखों रुपए की लागत से एक डीलक्स शौचालय बनाया गया था लेकिन अभी तक केयर टेकर की नियुक्ति नहीं की जा सकी है जिससे शौचालय में गंदगी ही गंदगी नजर आ रही है और लोगों को दीर्घ व लघुशंका के लिए यहां वहां भटकना पड़ रहा है। संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे तमाम शिकायत कर्ताओं ने नगर के अलग अलग इलाकों में खराब पड़े सरकारी हैंडपंप और पालिका द्वारा लगवाए गए वाटर कूलर इस भीषण गर्मी के मौसम में भी खराब पड़े होने की शिकायत कर जिलाधिकारी से कार्रवाई किए जाने की मांग की।
जिलाधिकारी ने पेयजल समस्या को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम अंगद सिंह यादव व नगर पालिका ईओ पवन किशोर मौर्य को निर्देश दिए कि खराब पड़े सरकारी हैंडपंप और वाटर कूलर अविलंब ठीक कराए जाएं। इस दौरान एसडीएम अंगद सिंह यादव, सीओ शैलेंद्र कुमार वाजपेयी, तहसीलदार आलोक कटियार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र देव शर्मा, जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र त्रिपाठी, परियोजना निदेशक शिवकांत द्विवेदी, एसडीओ विद्युत अनिरुद्ध मौर्य सहित अन्य विभागों के जिला स्तरीय और स्थानीय अधिकारी मौजूद रहे।
तहसील सभागार का कायाकल्प नहीं होने को लेकर नाराज दिखीं डीएम –
बदसूरत तहसील सभागार की सूरत बदलने के लिए शासन द्वारा कुछ माह पहले 5 लाख रुपए जारी किए गए थे लेकिन सूरत बदलने का अभी ककहरा भी नहीं पढ़ा गया जिसको लेकर जिलाधिकारी खासी नाराज दिखीं। उन्होंने गत 4 मार्च को यहां आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में अतिशीघ्र कार्रवाई अमल में लाए जाने हेतु एसडीएम व अन्य अधिकारियों को निर्देशित किया था लेकिन अब तक कुछ भी नहीं हो सका। जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए एसडीएम को निर्देश दिए कि अति शीघ्र पूरी रणनीति बनाकर रिपोर्ट तैयार करें जिससे कार्य आरंभ हो सके। बताया जा रहा है कि 5 लाख रुपए की लागत से सभागार के दरवाजे व खिड़कियां नईं लगाई जाएंगी और एसी भी लगाया जाएगा। इसके अलावा सभागार में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था भी की जाएगी, साथ ही सभागार की अन्य साज सज्जा पूरी की जाएगी।
प्यास बुझाने के लिए भटकते रहे फरियादी –
शनिवार को जिलाधिकारी चांदनी सिंह की अध्यक्षता में जिलास्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया जिसमें दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों से अपनी अपनी समस्याएं लेकर आए फरियादी तहसील परिसर में अपनी प्यास बुझाने के लिए भटकते दिखाई दिए। बेवश होकर उन्होंने होटलों से पैसे खर्च कर बोतलबंद पानी खरीद कर अपनी प्यास बुझाई। गौरतलब है कि तहसील परिसर में लगे दो वाटर कूलर लंबे समय से खराब चल रहे हैं, तमाम शिकायतों के बाद भी किसी अधिकारी ने इस अति गंभीर समस्या पर कान नहीं दिए।