बाल विवाह को प्रभावी रूप से रोकने के लिए नामित हुए नोडल अधिकारी
उरई। अक्षय तृतीया के अवसर पर जनपद में होने वाले बाल विवाह को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कसी। जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ अमरेंद्र कुमार पौत्स्यायन ने जनपद के प्रत्येक थाना क्षेत्र में होने वाले बाल विवाह को रोकने के लिए नोडल अधिकारी नामित किया हैं तथा उन्हें निर्देशित किया कि अक्षय तृतीया पर होने वाले बाल विवाह को सख्ती से रोका जाए।
अगर किसी भी थाना क्षेत्र में यदि कोई बाल विवाह होता हुआ पाया जाता है तो उस पर प्रभावी कदम उठाते हुए उसे रुकवाएं और संबंधित जनों के विरुद्ध नियमानुसार विधिक कार्रवाई कराना सुनिश्चित करें। जैसा की हम सभी को अवगत है कि अक्षय तृतीया के अवसर पर पूरे भारत में सर्वाधिक बाल विवाह संपन्न कराए जाते हैं इस सामाजिक कुरीति को रोकने के लिए महिला कल्याण विभाग ने समस्त थाना क्षेत्रों में एक-एक नोडल अधिकारी नामित करते हुए प्रत्येक थाने में नामित बाल कल्याण अधिकारी से समन्वय करते हुए उक्त अवसर पर होने वाले बाल विवाह को रोकने के लिए निर्देश जारी किया है। साथ ही सभी नोडल अधिकारी नामित करते हुए निर्देशित किया गया कि अपने-अपने आवंटित थानों के बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए यह सुनिश्चित करें कि जनपद में कोई भी बाल विवाह न होने पाए इस कर में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षमा योग्य में नहीं होगी।
विभिन्न थानों में नामित हुए नोडल अधिकारियों में श्री सतीश चंद्र अध्यक्ष बाल कल्याण समिति कैलिया नदीगांव, राजपाल सदस्य बाल कल्याण समिति रामपुरा माधौगढ़ कुठौंद, सरमन चौधरी सदस्य बाल कल्याण समिति कालपी आटा, श्रीमती गरिमा पाठक द्विवेदी सदस्य बाल कल्याण समिति महिला थाना उरई, सुश्री विनीता बाथम सदस्य बाल कल्याण समिति थाना रेंडर, सुश्री जूली खातून संरक्षण अधिकारी कोतवाली उरई श्रीमती अंजना यादव केंद्र प्रबंधक वन स्टॉप सेंटर सिरसा कलार, श्रीमती दीप्ति केस वर्कर चाइल्ड हेल्पलाइन जालौन, सुश्री रजनी परामर्शदाता एट, श्रीमती रिचा द्विवेदी केस वर्कर बंगरा, श्रीमती प्रवीणा यादव केस वर्कर कदौरा, श्रीमती रागनी मनो सामाजिक परामर्शदाता चुर्खी, सुश्री प्रतीक्षा सिंह पी० सी० गोहन, श्रीमती कुसुम लता सुपरवाइजर कोटरा, श्रीमती प्रिंसी सुपरवाइजर डकोर के लिए नामित किया गया।