हिंदी गजल संग्रह शाश्वत संवाद का पहचान संस्था द्वारा किया गया भव्य विमोचन

उरई (जालौन) नासिर अली नदीम जालौन जो अपनी उस्तादियत से भरी और प्रत्येक श्रोता को चमत्कृत कर देने वाली गजलों कतात व छंदों के लिए पिछले चार पांच दशक से सारे देश में जाने जाते रहे है।
उनकी हिंदी गजलों के संग्रह शाश्वत संवाद का लोकार्पण कार्यक्रम साहित्यिक संस्था पहचान द्वारा सिटी स्कूल में यज्ञदत्त त्रिपाठी की अध्यक्षता एवं देश के लोकप्रिय कवि, शायर अर्जुन सिंह चाँद के संचालन में जिला प्रोवेशन अधिकारी अमरेंद्र कुमार के आतिथ्य में सम्पन्न इस कार्यक्रम में साहित्य अकादमी के सम्मान से अलंकृत प्रख्यात समीक्षक डॉ राम शंकर द्विवेदी, वरिष्ठ स्तंभ लेखक के.पी. सिंह, गीतकार विनोद गौतम, डॉ आदित्य सक्सेना, देवेंद्र शुक्ला, ए. के. श्रीवास्तव अब्दुल मालिक अब्बासी साक़ी, माया सिंह, डॉ रेनू चंद्रा, विनोद भावुक, बच्चू महाराज आदि ने नदीम साहब लेखन को अदुव्ती बताते हुए उन्हें दुष्यंत कुमार की हिंदी गजलों से इतर साहित्यिक गजलों का जनक ठहराया और सरोकारों से जुड़े उनके सृजन पर प्रकाश डाला कार्यक्रम की शुरुआत प्रिया श्रीवास्तव दिव्यम की सरस्वती वंदना और मिर्जा साबिर बेग की नातेपाक के अशआर से हुई वहीं शाश्वत संवाद के रचेयता नासिर अली नदीम ने सभी का आभार प्रकट करते हुए तुकांत कविता को याद रहने तथा निरन्तर संदेश देते रहने वाली उच्चकोटि की ठहराते हुए कहा हज़ारों वर्ष पूर्व सामने आए समस्त धर्मग्रंथ अंत्यानुप्रासयुक्त कविता में है अगर वो अतुकांत कविता में कहे जाते तो शायद किसी की याददाश्त में भी न रहते। आयोजक संस्था पहचान के अध्यक्ष शफीकुर्रहमान कशफी ने स्वागत भाषण के साथ शाश्वत संवाद पर अपनी बात रख्खी और संस्था के साथियों के साथ शाल और सम्मान पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया। कार्यक्रम में मौजूद जनाब वफ़ा साहब, प्रेमनरायन, जनपद में समाजसेवा से पहचान बनाने वाले यूसुफ अंसारी, शिखा गर्ग, सुरेशचन्द्र, मुक़री, प्रिया श्रीवास्तव, नईम जिया, सुरेश चन्द्र, फरीद अली बशर, शौक़ चांदपुरी, साहब, फहीम अंसारी, पुष्पेंद्र पुष्प, अभिषेक, परवेज़ अख्तर, दिव्यांशु, राज पप्पन कोमल, श्याम सुंदर ने शाश्वत संवाद व नदीम साहब पर कथन के साथ काव्य प्रस्तुति दी। इस दौरान पूर्व बैंक अधिकारी रामाकान्त त्रिपाठी, बाबू भाई जीवन बाल्मीक, राशिद खान, समर काज़ी, शारिक बेग आदि अनेक लोग उपस्थित रहे। अंत में कार्यक्रम संयोजक शफीकुर्र रहमान कशफ़ी एवं होतवानी ने सभी आये हुए अतिथियों का आभार प्रकट किया।