बांदा (न्यूज़ एजेंसी) पिछले गुरुवार को चिल्ला बैरियर पर हुई गोपनीय पुलिस की छापामार कार्यवाही से जिले से लेकर शासन स्तर पर बैठे अफसरों में हड़कंप मच गया है। भूतत्व एवं खनिकर्म सचिव रोशन जैकब ने प्रदेश भर में कार्यरत संविदा कर्मचारियों को हटा दिया है, वहीं पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थशंकर मीणा ने तिंदवारी थाने के अवैध वसूली में संलिप्त दोनो सिपाहियों को निलम्बित कर दिया है, जबकि फरार होमगार्डो की तेजी से तलाश की जा रही है। बताते है कि छापामार कार्यवाही के बाद खनिज अधिकारी का भी अता-पता नही है।
गुरुवार की सुबह अचानक कई गाड़ियों में चिल्ला पुल के पहले बने खनिज विभाग के चेकपोस्ट में अचानक छापा पड़ता तो वहां मौजूद कर्मचारी सन्न रह गये। पुलिस ने जब मौके पर छानबीन की तो उन्हें चेकपोस्ट पर 6 लाख 20 हजार की नकदी, एक बुलेरो गाड़ी, मोबाइल और तमाम डंडे मिले। छापा पड़ने से पहले तिंदवारी थाने के दो सिपाही भाग निकले थे, जबकि चेकपोस्ट की सुरक्षा के लिये लगाये गये दोनों होमगार्ड भी भाग गये थे।
छापामार टीम ने बरामद नकदी और सभी कर्मचारियों को लेकर चिल्ला थाने पहुंची और विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया। अगले दिन सभी कर्मचारियों को जेल भेज दिया गया। कल शाम एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा ने खनिज बैरियर में वसूली में संलिप्त तिंदवारी थाने के सिपाही पुरुषोत्तम और राजेश कुमार को निलम्बित कर दिया, जबकि होमगार्ड राजकिशोर और अच्छेलाल अभी फरार है।
खनिज बैरियर मे ओवरलोड ट्रकों से अवैध उगाही से बरामद हुई 6 लाख 20 हजार की रकम की भनक जब सरकार में बैठे अफसरों को लगी तो विभाग में हड़कंप मच गया। भूतत्व खनिकर्म विभाग की सचिव और डायरेक्टर डा. रोशन जैकब ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च स्तरीय जांच कराने का फैसला लिया और विभाग में लगे सभी संविदा कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी।