राष्ट्रीय लोक अदालत में 10802 वादों का किया गया निस्तारण

उरई। शनिवार को जिला दीवानी न्यायालय उरई में सम्पन्न हुई राष्ट्रीय लोक अदालत में 10802 वादों का निस्तारण किया गया। जहां मोटर दुर्घटना वाहन प्रतिकर याचिका के 67 मामलों में पीड़ित याचीगण को 89,30,000 रुपये की धनराशि क्षतिपूर्ति के रूप में दिलायी गयी। वहीं बैंकों के बकाया ऋण के 496 मामलों में बैंक एवं बकायेदारों के मध्य से 5,95,45,000 रुपये की धनराशि का समझौता कराते हुए 2,19,10,000 रुपये की धनराशि जमा करायी गयी। इस प्रकार करीब 11500 वादकारी लाभान्वित हुए। आपराधिक प्रकरणों में विभिन्न मजिस्ट्रेट न्यायालयों ने 3,92,780 रुपये बतौर जुर्माना धनराशि अभियुक्तों से राजकीय कोष में जमा करायी। प्रातः काल जिला जज श्री अशोक कुमार सिंह ने फीता काटकर दीप प्रज्ज्वलन करते हुए इस राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत् उद्घाटन किया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रभारी सचिव श्री महेन्द्र कुमार रावत ने बताया कि आज जिला जज श्री अशोक कुमार सिंह के कुशल मार्ग दर्शन में सम्पन्न हुई राष्ट्रीय लोक अदालत में मा0 जिला जज ने 3 मुकदमों का निस्तारण किया एवं 7,45,681 रुपये की धनराशि पक्षकारों को दिलायी। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी श्री राजीव कुमार द्वारा 67 याचिकाओं का निस्तारण किया गया। इनमें प्रतिकर के रुप में 89,30,000 रुपये (नवासी लाख तीस हजार) धनराशि याचीगण को दिलायी गयी। प्रभारी सचिव ने बताया कि आज लोक अदालत में कुटुम्ब न्यायालयों द्वारा 48 मुकदमों का निस्तारण किया गया। अपर जिला जज-। श्री सुरेश चन्द्र आर्य समेत समस्त अपर जिला न्यायाधीशों ने 195 मुकदमे निस्तारित किये। सीजेएम श्रीमती अन्जू राजपूत ने 421 दाण्डिक वाद का निस्तारण कर 26,4400 रूपये अर्थदण्ड जमा कराया। सिविल जज सी.डि. श्री महेन्द्र कुमार रावत द्वारा पक्षकारों के मध्य सुलह समझौता कराकर 17 वादो का निस्तारण किया गया। विभिन्न न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 796 मुकदमों का निस्तारण करते हुये 1,25,380 रुपये अर्थदण्ड अधिरोपित किया गया।
जनपद के विभिन्न बैंकों यथा इण्डियन बैंक, स्टेट बैंक आफ इण्डिया, आर्यावर्त बैंक, बैंक ऑफ बडौदा, पंजाब नेशनल बैंक आदि बैंकों के बकाया ऋण के 496 मामलों में बैंक एवं बकायेदारों के मध्य रुपये 5,95,45,000 रुपये धनराशि का समझौता कराते हुए 2,19,10,000 रुपये की धनराशि जमा करायी गयी। इसके अतिरिक्त जनपद के सभी अपर जिला मजिस्ट्रेट, उप जिला मजिस्ट्रेट, नगर मजिस्ट्रेट और तहसीलदार न्यायालयों द्वारा राजस्व संहिता और फौजदारी के कुल 412 मामले निस्तारित किये गये। राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रधान कुटुम्ब न्यायाधीश श्री अमित पाल सिंह, अपर कुटुम्ब न्यायाधीश श्रीमती अम्रता शुक्ला, अपर जिला जज श्री सुरेश चन्द्र आर्य, श्री बी. डी. भारती, श्री सुरेश चन्द्र, श्री प्रकाश तिवारी, श्री विजय बहादुर यादव, श्री प्रशान्त कुमार सहित सभी न्यायिक अधिकारी और विभिन्न बैंकों के वरिष्ठ अधिकारी, जिला बार एसोसिएशन जालौन के अध्यक्ष श्री सुरेश गौतम एवं सचिव जितेन्द्र यादव आदि उपस्थित रहे।