न्यायिक अधिकारियों ने वृद्धाश्रम एवं आश्रय गृह का किया औचक निरीक्षण

उरई। माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार दिन बुधवार दिनांक 16 जुलाई 2025 को न्यायिक अधिकारियों ने जिले में संचालित दो शैल्टर होम राठ रोड में संचालित ‘‘वृद्धाश्रम‘‘ एवं मु0 लहरियापुरवा स्थित ‘‘आश्रय-गृह‘‘ का औचक निरीक्षण किया। यहां उन्होंने बहुत बारीकी से व्यवस्थाओं को परखा और आवश्यक दिशा-निर्देश भी कर्मचारीगण को दिये। न्यायिक अधिकारियों ने उक्त दोनों आश्रय स्थलों में रह रहे आश्रितों के रहन-सहन, खानपान, चिकित्सा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, सुरक्षा और बुनियादी व्यवस्थाओं को जांचा-परखा।
सबसे पहले समाज कल्याण विभाग द्वारा राठ रोड उरई में स्वैच्छिक संस्था शिवा ग्रामोत्थान सेवा संस्था, एफ-473 गुजैनी रतनलाल नगर, कानपुर नगर के सहयोग से संचालित वृद्धाश्रम में निरीक्षण के दौरान 119 संवासी उपस्थित मिले। उपस्थित पंजिका के सभी कर्मचारीगण उपस्थित मिले।
वृद्धाश्रम की संवासियों से पूछा गया कि उन्हे चाय-नाश्ता और सुबह-शाम का भोजन समय से मिल रहा है या नहीं, इस पर संवासियों द्वारा बताया गया कि भोजन निर्धारित मेन्यू के अनुसार मिल रहा हैं। वृद्धाश्रम की मेडिकल डिस्पेंसरी का निरीक्षण करने पर स्टाफ नर्स उपस्थित नहीं थीं, जिसके बारे में पूछे जाने पर बताया गया कि वह मेडिकल अस्पताल गयी हुयी हैं। संवासियों की चिकित्सा/प्राथमिक उपचार हेतु डिस्पेन्सरी में आवश्यक दवायें मिली। पूछे जाने पर किसी भी संवासी द्वारा कोई समस्या नहीं बताई गई।
नगर पालिका परिषद उरई जनपद जालौन के सहयोग से मु0 लहरियापुरवा में लखनऊ के एन0जी0ओ0 द्वारा संचालित आश्रय गृह (शेल्टर होम) में न्यायिक अधिकारियों ने विभिन्न बिन्दुओं पर जांच-पड़़ताल की। निरीक्षण समय में चौकीदार को छोङकर कोई कर्मचारी उपस्थित नहीं मिला। जिसके बारे में पूछे जाने पर बताया गया कि प्रबन्धक शिवकुमार राठौर सब्जी लेने गये हैं। साथ ही प्रबन्धक शिवकुमार राठौर के भाई आश्रय गृह में अंधिकृत रूप से निवास कर रहे थे। मेडिकल डिस्पेंसरी का निरीक्षण करने पर समस्त दवायें इधर-ऊधर बिखरी पायी गयी तथा इसी कक्ष में प्रबन्धक शिवकुमार राठौर के भाई निवास कर रहे थे। जिसके बारे में सम्बन्धिक विभाग को नोटिस जारे करने हेतु निर्देशित किया गया। यहां की आश्रित पंजिका में निरीक्षण तिथि में कोई भी आश्रित पंजीकृत नहीं मिला, किन्तु एस0डी0आर0एफ0 के कुछ आरक्षी आश्रय गृह में रुके हुये थे। जिसके बारे में पूछे जाने पर एक आरक्षी अमरजीत द्वारा बताया गया कि वे लोग ए0डी0एम0 (एफ0आर0), जालौन के मौखिक आदेशानुसार आश्रय गृह में रुके हुये हैं।
निरीक्षण करने वाली इस अनुश्रवण समिति में अपर जिला जज प्रथम श्री सतीश चन्द्र द्विवेदी, सचिव/अपर जिला जज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती पारुल पँवार एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री अभिषेक खरे शामिल रहे तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जालौन स्थान उरई के लिपिक श्री शुभम् शुक्ला उपस्थित रहे।