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ABSS के तत्वाधान में संविधान दिवस का कार्यक्रम किया गया आयोजन

उरई/जालौन। संविधान दिवस के अवसर में आज दिनांक 27 नवंबर 2022 को ABSS के तत्वाधान में जनपद जालौन के गंगा धाम गेस्ट हाउस में संविधान दिवस का कार्यक्रम आहूत किया गया। जिसमें बहुजन समाज के प्रबुद्ध जन, शिक्षकों, समाजसेवियों ने भारी संख्या में सहभागिता की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉक्टर एमपी सिंह ने कहा कि देश आजाद होने के समय देश की व्यवस्था को चलाने के लिए एक कानूनी दस्तावेज की आवश्यकता थी जिसकी एक संविधान सभा का गठन हुआ और इस संविधान को लिखने की जिम्मेदारी प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में महामानव डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी को दी गई। बाबा साहब ने 117 देशों के संविधान सभी धर्म संप्रदाय मिशन व विचारधाराओं का अध्ययन करने के बाद सभी के सम्मान एवं विकास के अनुरूप भारतीय संविधान का गठन किया। जिसमें संविधान से पूर्व व्याप्त विभिन्न प्रकार की गैर बराबरी सामाजिक विषमताओं जाति वर्ग क्षेत्र के भेद सामाजिक कुरीति परंपराओं और प्रथाओं के विरुद्ध देश के विकास के लिए वैज्ञानिक विचारधारा पर आधारित समतावादी समानता वादी समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य की अवधारणा प्रस्तुत की जिसके अनुसार न कोई छोटा था ना कोई बड़ा था ना कोई ऊंच न नीच था सभी को समता समानता का अधिकार था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉक्टर एमपी सिंह ने कहा कि देश आजाद होने के समय देश की व्यवस्था को चलाने के लिए एक कानूनी दस्तावेज की आवश्यकता थी जिसकी एक संविधान सभा का गठन हुआ और इस संविधान को लिखने की जिम्मेदारी प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में महामानव डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी को दी गई। बाबा साहब ने 117 देशों के संविधान सभी धर्म संप्रदाय मिशन व विचारधाराओं का अध्ययन करने के बाद सभी के सम्मान एवं विकास के अनुरूप भारतीय संविधान का गठन किया। जिसमें संविधान से पूर्व व्याप्त विभिन्न प्रकार की गैर बराबरी सामाजिक विषमताओं जाति वर्ग क्षेत्र के भेद सामाजिक कुरीति परंपराओं और प्रथाओं के विरुद्ध देश के विकास के लिए वैज्ञानिक विचारधारा पर आधारित समतावादी समानता वादी समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य की अवधारणा प्रस्तुत की जिसके अनुसार न कोई छोटा था ना कोई बड़ा था ना कोई ऊंच न नीच था सभी को समता समानता का अधिकार था।
आज बाबा साहब के अथक प्रयास से बनाई गई संविधान की मूल भावना को वर्तमान व्यवस्था के द्वारा एक बड़ा खतरा पैदा हो गया है जिससे देश के आम नागरिक की स्वतंत्रता खतरे में चली गई है यदि हमें बाबा साहब के द्वारा दिया हुआ अधिकार शिक्षा का अधिकार समानता का अधिकार रोजगार का अधिकार बचाना है तो बहुजन समाज के लोगों को अपने सामाजिक बिखराव को समाप्त कर सामाजिक एकता कायम करके सामाजिक वजूद बनाकर देश के संविधान और उसमें प्रदत अधिकारों को बचाने का काम करना होगा अन्यथा विरोधियों द्वारा वंचित समाज के लोगों को वही पहुंचा दिया जाएगा जहां से बाबा साहब अपने और अपने परिवार का बलिदान देकर समाज को उठाकर लाए थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ रमेश बाबू ने की कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉक्टर संजीव पाल, वयोवृद्ध समाजसेवी लालाराम दोहरे, डॉक्टर संजीव कुमार चौधरी, शिवराम सिंह वीडियो एवं पूरन सिंह ग्राम विकास अधिकारी ने अपने विचार व्यक्त किए ।
प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम सिंह अंबेडकर ने भारतीय संविधान की उद्देशिका की व्याख्या करने के साथ संगठन से समाज के सच्चे मिशनरी साथियों को समाज हित में सामाजिक जागरूकता एवं संविधान बचाने के लिए संगठन से जुड़ने की अपील की कहा कि विरोधियों के फुल टाइमर 16 घंटे प्रतिदिन कार्य करते हैं यदि बहुजन समाज के मिशनरी साथियों को बाबा साहब का दिया हुआ बचाना है तो कम से कम प्रतिदिन 6 घंटे सामाजिक कार्य करने की आवश्यकता है जिससे गुमराह समाज को बहुजन मिशन से जोड़ा जा सके और एक सामाजिक वजूद बनाकर देश को बचाया जा सके। डॉ रीना आर्या ने कहा के बाबा साहब की बदौलत प्रत्येक जाति वर्ग धर्म संप्रदाय की महिला आज सुरक्षित है और उन्हें जो भी उनके सम्मान के लिये अधिकार मिले है वह सभी बाबा साहब के संघर्ष एवं बलिदान के कारण हैं न कि किसी कथित अन्य शक्ति के कारण इसलिए इस देश की महिलाओं को बाबा साहब को ही अपना सब कुछ मानना चाहिए और उनके बताए रास्ते पर चलना चाहिए।
प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम सिंह अंबेडकर ने भारतीय संविधान की उद्देशिका की व्याख्या करने के साथ संगठन से समाज के सच्चे मिशनरी साथियों को समाज हित में सामाजिक जागरूकता एवं संविधान बचाने के लिए संगठन से जुड़ने की अपील की कहा कि विरोधियों के फुल टाइमर 16 घंटे प्रतिदिन कार्य करते हैं यदि बहुजन समाज के मिशनरी साथियों को बाबा साहब का दिया हुआ बचाना है तो कम से कम प्रतिदिन 6 घंटे सामाजिक कार्य करने की आवश्यकता है जिससे गुमराह समाज को बहुजन मिशन से जोड़ा जा सके और एक सामाजिक वजूद बनाकर देश को बचाया जा सके। डॉ रीना आर्या ने कहा के बाबा साहब की बदौलत प्रत्येक जाति वर्ग धर्म संप्रदाय की महिला आज सुरक्षित है और उन्हें जो भी उनके सम्मान के लिये अधिकार मिले है वह सभी बाबा साहब के संघर्ष एवं बलिदान के कारण हैं न कि किसी कथित अन्य शक्ति के कारण इसलिए इस देश की महिलाओं को बाबा साहब को ही अपना सब कुछ मानना चाहिए और उनके बताए रास्ते पर चलना चाहिए।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से राम अवतार गौतम, रतन चौधरी, संत कुमार शिरोमणि, राजकुमार गौतम, नाथूराम बौद्ध, रमाकांत दोहरे, अरविंद कुशवाह, निर्मल जाटव, संदीप प्रजापति, अनूप गोयल, कमल दोहरे, इमरान अंसारी, अनुरूद शर्मा, जितेंद्र कुमार बुंदेला, एडवोकेट ब्रजेंद्र कुशवाहा तथा सैकड़ों लोग कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र पाल सिंह ने किया और कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ट नागरिक डॉ रमेश बाबू ने धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ समस्त जालौन वासियों को ABSS से जुड़ कर संगठन को मजबूत करने का संकल्प दिलाया। राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर एमपी सिंह जी की उपस्थिति में आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति में श्रद्धेय राम अवतार गौतम जी को प्रदेश सचिव, डॉक्टर संजीव पाल को मंडल अध्यक्ष झांसी, श्रद्धेय भरत लालजी को मण्डल सचिव और श्रद्धेय रमेश बाबू जी को जिला संरक्षक जालौन का दायित्व दिया गया और सभी मनोनीत पदाधिकारियों को संगठन और झांसी मण्डल को मजबूत करने की शुभकामनाएं दी।