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कोहरे की घनी चादर में सब कुछ हुआ धुवां धुवां, थम गए वाहनों के चक्के

ऐसी भयंकर शीतलहर में भी नगर में अलावों का नहीं है अतापता

कोंच (पीडी रिछारिया) पिछले तीन चार दिन से बैरोमीटर में लुढ़क रहे पारे ने मौसम में गजब की ठिठुरन भर दी है। अचानक सर्द हुए मौसम ने लोगों की मुश्किलें बढा दी हैं। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी का असर मैदानों में साफ दिखाई दे रहा है और यहां लोगों की हड्डियों में ठंड पैबस्त होकर उन्हें कांपने पर मजबूर कर रही है। कोहरे की घनी चादर ने कायनात को अपने लपेटे में लेकर भयंकर शीतलहर पैदा कर दी है लेकिन कस्बे में अलावों का अभी भी कोई अतापता नहीं है, पिछले सालों में लगते रहे 156 के सापेक्ष केवल 5 अलाव व्यवस्था की पोल खोलते दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही वाहनों के चक्के भी कोहरे में जमे नजर आए लेकिन दोपहर में खिली धूप से लोगों को सुकून मिला।
इस वक्त बैरोमीटर में पारे का लुढकना लगातार जारी है जिसके चलते न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है जिससे ठिठुरन बढ गई है और लोग ठंड से बुरी तरह कांप रहे हैं। ऐसी भीषण शीतलहर में लोग उपलब्ध संसाधनों के भरोसे ठंड बचने के असफल प्रयास करते देखे जा रहे हैं। पालिका और तहसील प्रशासन द्वारा लगवाए जाने वाले अलावों का अभी तक कोई अतापता नहीं है जबकि पिछले सालों में इन दिनों पर्याप्त अलाव लगते रहे हैं जिनकी संख्या 156 बताई जा रही है लेकिन इन दिनों मात्र 5 अलाव ही पूरे शहर में लग रहे हैं जो न सिर्फ हास्यास्पद बल्कि व्यवस्था को मुंह चिढ़ाते से लग रहे हैं। गौरतलब है कि पहाड़ों में हो रही बर्फवारी का असर मैदानी इलाकों में भी साफ नजर आने लगा है और शीतलहर का प्रकोप जारी है। पिछले दो तीन दिनों में मौसम में जबर्दस्त बदलाव हुआ है, पूरी कायनात कोहरे की घनी चादर में लिपटी हुई है जिसके चलते भयंकर गलन भरी ठंड से लोग बेहाल हैं। यद्यपि इस ठंड में हर उम्र वय के लोग बेहाल हैं लेकिन इस छह डिग्री सेल्सियस तापमान में सबसे ज्यादा दिक्कत उम्रदराज लोगों के साथ साथ बच्चों को भी हो रही है। ठंड से बचने के लिए लोगों ने अपने शरीर पर गर्म कपड़ों की परतें बढानी शुरू कर दी हैं लेकिन राहत फिर भी नहीं है। ऐसी स्थिति में नागरिकों को पालिका और तहसील प्रशासन के द्वारा लगवाए जाने वाले अलावों का बेसब्री से इंतजार है। चूंकि इन अलावों का अभी कोई ओरछोर ही नहीं दिखाई दे रहा है सो ऐसे मेें लोग अपने निजी संसाधनों से अलाव लगा कर अपने शरीर को गर्म रखने की कोशिश जरूर करते देखे जा रहे हैं।

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