उ० प्र० में विभिन्न उपभोक्ता श्रेणियों हेतु वर्ष 2022-23 के लिये विद्युत दरों के मुख्य बिन्दु

उरई (जालौन) अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार ने बताया कि टैरिफ का सरलीकरण कर स्लैब 80 से घटा कर 59 कर दिये गए है। इस सरलीकरण से उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। टैरिफ में क्रॉस सब्सिडी सरचार्ज में कोई वृद्धि नहीं। ग्रामीण (मीटर्ड) घरेलू बत्ती पंखा में 500 यूनिट से ऊपर के स्लैब समाप्त कर दिए गए है, जिससे अधिकतम दर 6.00 रू0 प्रति यूनिट से घटकर 5.50 रू0 प्रति यूनिट रह गई है। बहु बिन्दु संयोजन को बढ़ावा देने के लिए वर्तमान में लागू 5 प्रतिशत अतिरिक्त भार को समाप्त कर दिया गया है। शहरी (मीटर्ड) उपभोक्ताओं हेतु 500 से ऊपर के स्लैब को समाप्त कर दिया गया है, जिससे इस श्रेणी में अधिकतम दर 7 रू0 प्रति यूनिट से घटकर 6.50 रू0 प्रति यूनिट रह गई है। वाणिज्यिक बत्ती पंखा श्रेणी में प्राइवेट एडवर्टाइजिंग / साइन पोस्ट उपश्रेणी वर्तमान दर 18 रू0 प्रति यूनिट को समाप्त कर दिया गया है, इससे प्राइवेट एडवर्टाइजिंग / साइन पोस्ट को कम दर का लाभ मिलेगा। वाणिज्यिक बत्ती पंखा श्रेणी में 2 कि० वा० से 4 कि० वा० को मिलाकर एक 4 कि० वा० तक का स्लैब बनाया गया है, जिसमें अधिकतम फिक्स्ड चार्ज 330 रू0 प्रति कि० वा० रखा गया है, जिससे 2 कि० वा० से 4 कि० वा० के मध्य के उपभोक्ताओं को 60 रू0 प्रति कि० वा० का फायदा होगा। इसके साथ ही 4 कि० वा० तक एनर्जी चार्ज के स्लैब कम करने से एनर्जी चार्ज की अधिकतम दर 8.75 रू0 प्रति यूनिट से घट कर 8.40 रू0 प्रति यूनिट रह गई है। इससे छोटे उपभोक्ताओं को लाभ प्राप्त होगा। सार्वजनिक प्रतिष्ठान हेतु स्लैब समाप्त कर एक स्लैब दर 8.25 रू0 प्रति यूनिट रखी गई है, जिससे 2000 यूनिट प्रति माह से अधिक खपत करने वाले उपभोक्ताओं को फायदा होगा, जिनके लिए वर्तमान में दर 8.75 प्रति यूनिट है। इसी प्रकार निजी प्रतिष्ठानों हेतु फिक्स्ड चार्ज के स्लैब समाप्त करने से फिक्स्ड चार्ज की दर 350 रू0 प्रति कि० वा० रह गई है, जो वर्तमान में 3 कि० वा० से ऊपर 400 रू0 प्रति कि० वा० थी। सार्वजनिक प्रतिष्ठानों हेतु एनर्जी चार्ज के स्लैब समाप्त करने से अधिकतम दर 9.30 रू0 प्रति यूनिट से घट कर 9 रू0 प्रति यूनिट रह गई है। लघु एवं मध्यम उद्योग में स्लैब समाप्त करने से अधिकतम दर 7.30 रू0 प्रति यूनिट रह गई है, जो वर्तमान में 2000 यूनिट से ऊपर 7.90 रू0 प्रति यूनिट थी। इससे लघु एवं मध्यम उद्योगों को फायदा होगा। उद्योग रहित बल्कि भार में स्लैब कम करने से वाणिज्यिक भार वाले उपभोक्ताओं हेतु एनर्जी चार्ज की दर 11 के0 वी0 के उपभोक्ताओं हेतु 8.32 रू0 प्रति यूनिट की गई है, जो वर्तमान में 2500 यूनिट प्रति माह से ऊपर खपत पर 8.68 रू0 प्रति यूनिट थी तथा 11 के0 वी0 से ऊपर की दर 8.12 रू0 प्रति यूनिट कर दी गई है, जो वर्तमान में 2500 यूनिट प्रति माह से ऊपर खपत पर 8.48 रू0 प्रति यूनिट थी। इसी प्रकार सार्वजनिक उपकरण हेतु स्लैब कम कर कम स्लैब की दर को रखा गया है। इससे इस श्रेणी के उपभोक्ताओं के एनर्जी चार्ज की दरों में कमी हुई है, जिसका लाभ इस श्रेणी के उपभोक्ताओं को प्राप्त होगा। रेलवे ट्रेक्शन के संयोजन हेतु विभव के आधार पर एनर्जी चार्ज की दर को समाप्त कर एक दर 8.50 रू0 प्रति यूनिट रखी गई है, जो वर्तमान में 132 के0 वी0 विभव से कम पर 8.80 रू0 प्रति यूनिट थी। इससे कम विभव के संयोजन पर लाभ प्राप्त होगा। 100 प्रतिशत रिन्यूवेबल इनर्जी चाहने वाले उपभोक्ताओं हेतु 0.54 रू0 प्रति यूनिट के अतिरिक्त दर के साथ एनर्जी लेने की सुविधा प्रदान की गई है।