वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प प्रदर्शनकारियों द्वारा आग के हवाले किए गए ऐतिहासिक गिरजाघर पहुंचे। अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की हिरासत में मौत के बाद जारी प्रदर्शन के दौरान लोगों ने रविवार रात सेंट जॉन गिरजाघर को आग के हवाले कर दिया था। प्रदशर्नकारी 46 वर्षीय फ्लॉयड के लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं। डॉक्टर ने जॉर्ज फ्लॉयड की मौत को सोमवार को हत्या करार दिया और कहा कि पुलिस द्वारा उसे बांधे रखने और गले पर दबाव बनाने के कारण उसके दिल ने काम करना बंद कर दिया था। यह वाकया कैमरे में भी कैद हो गया था जिसके बाद से पूरे देश में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं। ट्रम्प सोमवार को सेंट जॉन गिरजाघर के सामने हाथ में बाइबिल लिए खड़े नजर आए।
अटॉर्नी जनरल विलियम बर्र, चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज और प्रेस सचिव केली मेकनैनी उनके साथ यहां मौजूद थीं। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ अमेरिका विश्व का महान देश है और हम इसे सुरक्षित रखेंगे।’’ व्हाइट हाउस के रोज गार्डन से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में ट्रम्प ने ऐतिहासिक पार्क जाने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था, ‘‘ अब मैं एक बेहद महत्वपूर्ण स्थान पर जा रहा हूं।’’ ‘चर्च ऑफ द प्रेसिडेंट्स’ के नाम से पहचाने जाने वाले ‘सेंट जॉन एपिस्कोपल चर्च’ में पहली बार 27 अक्टूबर, 1816 को प्रार्थना सभा आयोजित की गई थी। देश में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए ठोस उपायों की जानकारी देते हुए ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं आपकी रक्षा के लिए लडूंगा। मैं आपका राष्ट्रपति हूं और मैं शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने वाले सभी लोगों का सहयोगी हूं।