कोरोना संकट काल में सभी दलित, वंचित एवं गरीब परिवारों को फ्री राशन दे सरकार – कुलदीप बौद्ध

राशन की समस्या को लेकर बुन्देलखण्ड दलित अधिकार मंच ने सौंपा ज्ञापन
उरई। कोरोना महामारी (लॉकडाउन) ने पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी मानव जीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है,गावं के दलित, बंचित व गरीब परिवार एवं पलायन से बापस लौटे परिवारों के सामने आजीविका के साथ साथ खाद्यान संकट पैदा हो गया है। जिसको देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में अगले 3 माह तक के लिए फ्री राशन देने की ब्यबस्था की है। लेकिन जनपद में ऐसे बहुत से दलित, वंचित व गरीब परिवार है जिनके पास आज भी राशन कार्ड ही नहीं है, कुछ के राशनकार्ड से नाम कटे है, जिन्हें कोरोना काल के दौरान फ्री राशन नहीं मिल पा रहा है।
राशन समस्या को लेकर बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी कार्यालय कलेक्ट्रेट पहुंचकर 40 गावं के 362 परिवारों के पास राशनकार्ड नहीं,143 के नाम कटे लोगों की सूचि के साथ सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सोंपा व सभी को फ्री राशन दिलाने की माँग की। राशन समस्या को लेकर ज्ञापन देने आये विभिन्न गावं के लीडर रामसिंह चुर्खी, रामकुमार उरकराकला, रीता विश्वकर्मा नरहान, कृष्ण कुमार, रुकसाना मंसूरी उरई, रमेशचंद्र, राजेश्वरी गौतम अकबरपुर, राजकुमार जाटव लुहरगावं, संजय वाल्मीकि चमारी, विमल बौद्ध काशीरामपुर ने बताया की वह जिले में बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच के माध्यम से गावं गावं में लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक व सम्बेदित कर रहे है, इस दौरान हमने गावं देखा की कोरोना काल में सरकार ने सभी को फ्री राशन देने की घोषणा तो कर दी लेकिन लोगों के पास राशनकार्ड ही नहीं है कुछ के राशन कार्ड से नाम कटे है तो ये लोग फ्री राशन पाने से वंचित हो रहे है, राशन वितरक कोटेदार उनको भगा देते है की उनके पास राशनकार्ड ही नहीं है हम राशन नहीं देंगे, येसे लोगों की सूचि के साथ हमने ज्ञापन दिया है।
बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच के संयोजक कुलदीप कुमार बौद्ध ने कहा की कोरोनाकाल में सरकार दोवारा सभी को 3 माह तक फ्री राशन देने की अच्छी पहल है, लेकिन गाँव के ज्यादातर दलित, वंचित व गरीब परिवार जिनके पास राशनकार्ड ही नहीं है उन तक ये सुबिधा नहीं पहुँच पा रही, जबकि इन परिवारों को खासतौर से फ्री राशन की आवश्यता है, मंच के ग्राम स्तरीय वालंटियर्स ने अपने अपने गावं से ऐसे परिवारों की सूचि उपलब्ध करायी है, जिसको लेकर आज जिलाधिकारी महोदय को संज्ञान में लाते हुए ज्ञापन दिया गया, मंच की टीम अभी पुरे जिले में येसे परिवारों का आंकलन/रिसर्च करके उन्हें फ्री राशन दिलाने की पैरवी करेगा और यदि जरूरत हुई तो लीगल पैरवी भी की जाएगी, ताकि इस कोरोना संकट काल में गावं के सबसे जरूरत मंद दलित, वचित गरीब परिवार राशन से बंचित न रह सकें।
मांगे –
1- जनपद जालौन में राशनकार्ड से बंचित सभी परिवारों के तुरंत राशनकार्ड बनाये जायें व सभी को इस कोरोना संकटकाल में फ्री राशन दिया जायें।
2- संलग्न सूचि की जाँच करते हुए, वंचित लोगों/परिवारों को अतिशीघ्र राशन लाभ दिलाया जायें! साथ ही जिनके राशनकार्ड नहीं है उनके राशन बनाये जाएँ व जिनके राशन सूचि से नाम कट गए है या काट दिए गए है उन्हें पुन : जोड़ा जाये।
3- गावों के दलित, वंचित गरीब व पलायन से बापस लौटे परिवार जो आर्थिक व खाद्यानसंकट से जूझ रहे, उनके खाद्यान संकट को दूर किया जाये।