किसान पाठशाला का आयोजन 6 से 24 जून 2024 तक : उप कृषि निदेशक
प्रत्येक ग्राम पंचायत में दो दिवसीय किसान पाठशाला कार्यक्रम का होगा आयोजन
उरई। उप कृषि निदेशक एस के उत्तम ने बताया कि नवीनतम कृषि प्रौद्योगिकी का कृषकों तक शीघ्र एवं प्रभावी हस्तांतरण करने के लिये तथा कृषकों को दलहन, तिलहन, मक्का उत्पादन में रूचि लेने, दलहनी एवं तिलहनी तथा मक्का फसलों का उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने एवं नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकी के प्रचार प्रसार हेतु ग्राम पंचायत स्तरीय गोष्ठी या किसान पाठशाला का आयोजन “किसानों की बात, किसानों के साथ दिनांक 06 जून, 2024 से 24 जून, 2024 तक निम्न बिन्दुओं का अनुपालन करते हुये किया जाना है।
उन्होंने बताया कि किसान पाठशाला का आयोजन दिनांक 06 जून से 24 जून 2024 तक चयनित ग्राम पंचायतों में किया जायेगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत में किसान पाठशाला कार्यक्रम का आयोजन 2 दिवसीय होगा जिसमें प्रथम दिवस का मॉड्यूल एवं द्वितीय दिवस का मॉड्यूल कृषकों के मध्य उद्बोधन किया जायेगा। किसान पाठशाला का आयोजन सम्बन्धित ग्राम के पंचायत भवन / प्राईमरी स्कूल (उपलब्धता अनुसार) पर अपरान्ह 4:00 बजे से सायं सात बजे तक संचालित किया जायेगा।
प्रत्येक विकास खण्ड में सर्वाधिक क्षेत्राच्छादन वाली चार प्रमुख फसलों का चयन किया जायेगा। पिछले तीन वर्षों की सर्वाधिक उत्पादकता प्राप्त करने वाले 5 प्रगतिशील कृषकों का चयन किया जायेगा। जिनको विकास खण्ड, जनपद, राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया हो। इन्हीं चयनित प्रगतिशील कृषकों को ग्राम पंचायत स्तरीय गोष्ठियों/ किसान पाठशालाओं में उद्बोधन कराया जायेगा। चिन्हित प्रगतिशील कृषकों के खेत पर फार्म स्कूल आयोजित कराया जायेगा। फार्म स्कूल आयोजन में प्रयोग की गयी तकनीकी से स्थलीय भ्रमण कराकर कृषकों को जागरूक किया जायेगा।
ग्राम पंचायत स्तरीय गोष्ठी या किसान पाठशालाओं के आयोजन में जन-प्रतिनिधियों एवं एफपीओ के सदस्यों की सहभागिता सुनिश्चित करायी जायेगी। इस कार्यक्रम में स्थानीय परिस्थितियों या एग्रो क्लाइमेटिक जोन के अनुसार प्रमुख विषयों या फसलों के संबंध में कृषकों को जागरूक करना या क्षमता निर्माण के साथ-साथ अन्य विषयों दलहन, तिलहन, मिलेट्स, संकर मक्का की खेती, प्राकृतिक खेती, पराली प्रबंधन आदि विषयों को आवश्यकतानुसार सम्मिलित किया जायेगा। कार्यक्रम में नामित प्रगतिशील कृषकों में से प्रथम दिवस में एक कृषक एवं द्वितीय दिवस में दूसरे कृषक द्वारा उद्बोधन कराया जायेगा।
इस कार्यक्रम में प्रति ग्राम पंचायत स्तरीय गोष्ठी या किसान पाठशालाओं में 80 से 100 कृषकों की सहभागिता सुनिश्चित की जाये। ग्राम पंचायत स्तरीय गोष्ठी या किसान पाठशाला आयोजन के उपरान्त फोटोग्राफ्स, कृषकों की उपस्थिति, उद्बोधन कराये जाने वाले कृषकों का विवरण विभागीय पोर्टल पर आवश्यक रूप से अपलोड कराई जाएगी। वास्तविक आयोजन की समीक्षा पोर्टल पर अपलोड प्रगति से ही की जायेगी।
कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रतियोगिता पुरस्कार हेतु कृषकों के मध्य प्रतियोगिता आयोजित करायी जायेगी तथा प्रतियोगिता में पुरस्कार हेतु अनुमन्य धनराशि 500 रू प्रति ग्राम पंचायत स्तरीय गोष्ठी या पाठशाला जैव कीटनाशी, कवकनाशी एवं शाकभाजी के बीजों को दिया जायेगा। कार्यक्रम में नामित 02 प्रगतिशील कृषकों को प्रथम दिवस में एक कृषक एवं द्वितीय दिवस में द्वितीय कृषक द्वारा पहले आधा घण्टा उदबोधन कराया जाएगा।