जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते शराबियों और आशिकों के सहारे चल रहे नगर के होटल व रेस्टोरेंट
कार्रवाई न होने से खुलेआम होटलों पर पिलाई जा रही है शराब
कोंच। इस समय कस्बे के होटलों और रेस्टोरेंटों पर अराजक तत्वों का बोलबाला नजर आ रहा था। होटलों पर शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है और रेस्टोरेंटों पर आशिकों के ठिकाने बने हुए हैं। इन पर कार्रवाई नहीं होने के कारण होटल और रेस्टोरेंट संचालकों के हौसले बुलंद हो गए है।
नगर में रिहायशी इलाकों के अलावा बस्ती से दूर अलग अलग मार्गों पर संचालित होटल और रेस्टोरेंटों का बुरा हाल है। होटल व रेस्टोरेंट पर अराजक तत्वों का बोलबाला बना हुआ है। शाम होते ही कस्बे के होटलों पर शराबियों का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है और देर रात तक वे जाम लड़ाते हुए नजर आते हैं। कस्बे के कुछ रेस्टोरेंटों पर आशिकों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध हैं। हाई चार्ज लेकर युवक युवतियों को एकांत में मिलन की सुविधा प्रदान की जा रही है और प्रशासन ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा कर इन रेस्टोरेंट संचालकों को परोक्ष रूप से ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। वहीं सूत्रों की माने तो छोटे से कस्बे में संचालित रेस्टोरेंटों में कपल्स के बैठने के लिए पैसों के हिसाब से व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है। नगर और नगर के बाहर संचालित रेस्टोरेंटों पर युवक युवतियों के मिलने के लिए दो सौ रुपए प्रति घंटे के हिसाब से सुविधा दी जा रही है। कुछ पर तो बाकायदा छोटे छोटे कमरों की भी व्यवस्था की गई है।