13 नवजात कन्याओं का धूमधाम से मनाया गया कन्या जन्मोत्सव
उरई/जालौन। शासन की मंशानुसार जिलाधिकारी चांदनी सिंह के निर्देश पर महिला कल्याण विभाग द्वारा जिला महिला चिकित्सालय में आज जन्मी तेरह नवजात कन्याओं का मनाया गया धूमधाम से कन्या जन्मोत्सव।
जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ अमरेंद्र कुमार पौत्स्यायन तथा विभाग के अन्य समस्त कार्मिकों ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत जिला महिला चिकित्सालय उरई में जन्मी तेरह नवजात कन्याओं का मनाया धूमधाम से कन्या जन्मोत्सव। उनके मां-बाप को दी गई बधाइयां, मिठाईयां, बेबी किट व प्रमाण पत्र तथा चिकित्सालय परिसर में उपस्थित समस्त जनों का मुंह मीठा कराया गया।
जिला प्रोबेशन अधिकारी ने कन्या जन्मोत्सव मनाए जाने के उद्देश्य के बारे में बताया कि बेटियों के जन्म को समाज सकारात्मक रूप से देखें तथा उनके प्रति एक बेहतर सोच विकसित करे क्योंकि बेटियां किसी भी समाज की आधार होती है। अतः बेटियों के जन्म पर मायूस होने की आवश्यकता नहीं है बल्कि उल्लास मनाने की आवश्यकता है। बेटियां दो कूलो को जोड़ती हैं तथा समाज को संस्कार संपन्न बनाती है। बेटियों से घर की परिकल्पना है बेटी है तो कल है इसलिए बेटियों के जन्म को हर्ष पूर्वक मनाने की आवश्यकता है। उनके नाम पर आज वृक्षारोपण भी किया गया ताकि बेटियां यह प्रतीक है कि वह समाज के आबोहवा को न सिर्फ स्वस्थ करेंगे बल्कि एक बेहतर समाज की परिकल्पना को साकार करेंगी।
इस दौरान विनीता पत्नी गजराज सुरेरा कदौरा, संघमित्रा पत्नी जीतेंद्र, कल्पना वर्मा पत्नी रवि प्रकाश, अंजना पत्नी धर्मेंद्र नूरपुर महेवा, पिंकी पत्नी धर्मेंद्र, अलका पत्नी रमाकांत, रागिनी पत्नी आशीष प्रीति पत्नी अभिषेक, समा पत्नी बिलाल, रजनी पत्नी वीरेंद्र, प्रिया पत्नी आशीष, हिना पत्नी आशु तथा मंजू पत्नी सूर्य प्रताप को बधाई पत्र, बेबी कीट तथा मिठाइयां देकर सम्मानित किया गया। प्रिया ने अपनी खुशी साझा करते हुए बताया कि हम बेटी की परवरिश बेहतर ढंग से करेंगे तथा इसे पढ़ा लिखा करके न सिर्फ एक बेहतर बालिका बनाएंगे बल्कि इसे आगे बढ़ने का एक समुचित अवसर भी प्रदान करेंगे।
इसी प्रकार की विचारधारा मंजू वर्मा, अलका, अंजना ने भी व्यक्त किए। बेटियों के मां बाप की खुशियां उनके चेहरे से झलक रही थी तथा उनके अल्फाज बता रहे थे कि बेटियों के होने से वे बहुत खुश हैं। इस कार्यक्रम में महिला कल्याण विभाग से महिला कल्याण अधिकारी अलकमा अख्तर, संरक्षण अधिकारी जूली खातून, परामर्शदाता रचना, वन स्टॉप सेंटर से प्रवीणा अर्चना सर्वेस, बाल कल्याण समिति से गरिमा पाठक तथा महिला कल्याण विभाग से सुरेश, वीर सिंह जितेन्दर व अन्य लोगों ने प्रतिभाग किया।