किसानों ने हरी मटर की फलियां न खरीदे जाने का लगाया आरोप
जालौन (बृजेश उदैनिया) हरी मटर के मंडी के रेट खोलने के बाद भी व्यापारियों द्वारा बोली के अनुसार फलिया नहीं खरीदी जाने का आरोप किसानों ने व्यापारियों पर लगाया। किसानों ने प्रशासन से बोली के अनुसार ही फलिया खरीदे जाने की मांग की।
हरी मटर का कार्य क्षेत्र में जमकर चल रहा है एक क्षेत्र का शत प्रतिशत किसान हरी मटर की खेती करता है और यहां के किसानों द्वारा इस समय हरी मटर की फसल की इस समय बिक्री की जा रही है। शासन प्रशासन किसानों की लिए हर संभव उनकी फसल के उचित दामों के लिए प्रयास रत है। जिसके चलते तमाम योजनाओं का क्रियावन्यन भी किया गया। जिलाधिकारी द्वारा कई नियम बनाकर किसानो के दामो के लेकर रफूचक्कर होने बाले बिचौलियो पर नकेल जरुर कसी। लेकिन आज भी किसानो को उसके फसल का उचित मूल्य नही मिल पा रहे है। ऊपर से व्यापारियों द्वारा किसानो का भी उत्पीड़न किया जा रहा है। किसान गजेंद्र गोविंद राजेश कमलेश हरिशंकर राम कुमार आदि ने व्यापारियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि 2 दिन से व्यापारियों द्वारा हरी मटर की फली की बोली से 5 रूपये कम में उनकी फलियो को खरीदा गया है। वैसे भी रेट इतने कम हो गए हैं जिससे किसान परेशान है और दुखी है। जिससे उनके खर्चे भी पूरे नहीं हो पा रहे हैं।ऊपर से व्यापारियों द्वारा उनके साथ इस तरह का व्यापार कर किया जा रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि व्यापारियों द्वारा इस प्रकार के कार्यों को रोका जाए जो बोली लगी है उसी के अनुसार उनकी फलियां की खरीद कराई जाए।