– ग्राम ताहरपुरा में खलिहान से कब्जा हटवाने गई थी पुलिस और राजस्व विभाग की टीम
– बीच बचाव में सिपाही भी हुआ चुटहिल, मौके पर पहुंचे तहसीलदार
कोंच/जालौन। शनिवार को खलिहान की जमीन से कब्जा हटवाने ग्राम ताहरपुरा गई राजस्व विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम के सामने ही गांव के दो पक्षों मेें भिड़ंत हो गई और दोनों ओर से जमकर पत्थरबाजी हुई जिसमें तकरीबन आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। बाद में सूचना पर पहुंचे तहसीलदार राजेश विश्वकर्मा भारी पुलिस बल केे साथ ग्राम ताहरपुरा पहुंचे और खलिहान से कब्जा हटवाया।
दरअसल, 26 जून को गांव के जितेेन्द्र सिंह और जसवंत सिंह ने ग्राम प्रधान प्रतिमादेवी की सहमति से उपजिलाधिकारी कोंच को एक प्रार्थना पत्र दिया था जिसमें गांव के तमाम लोगों द्वारा खलिहान की जमीन गाटा संख्या 76 पर अबैध रूप सेे कब्जा जमाए होनेे की शिकायत करते हुए कब्जा हटवाने की मांग की थी।
उसी परिप्रेक्ष्य मेें शनिवार को गांव की लेखपाल संजना अपनी राजस्व टीम तथा पुलिस टीम के सागर चौकी इंचार्ज संजीव कटियार व सिपाही अजय के साथ गांव पहुंचे तथा खलिहान में किए गए कब्जों को जेसीबी की मदद से हटवाना शुरू कर दिया। इसी बीच कब्जेधारक एकजुट होकर वहां पहुंच गए और बबाल काटने लगे। वहीं गांव में एक दूसरा खलिहान गाटा संख्या 101 भी है जिस पर भी तमाम लोग अबैध कब्जे किए हैं और वे भी इस फसाद के बीच आ गए। इस तरह वहां दो पार्टियां बन गईं और एक दूसरे पर पत्थरबाजी शुरू कर दी।
पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन उग्र दोनों पक्ष पथराव करते रहे जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हो गए। पुलिस के भी पथराव के कारण पैर उखड़ गए और दरोगा व सिपाही को भी खुद को बचाने केे लिए भागना पड़ा। सिपाही अजय भी बीच बचाव में चुटहिल हो गया। बढते बबाल की सूचना पर तहसीलदार राजेश विश्वकर्मा, नायब तहसीलदार संजय भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे औैर बबालियों को खदेेड़ कर दोनों खलिहानों से अबैैध कब्जों को हटवा दिया।
पुलिस का कहना है कि अभी तक किसी भी पक्ष की ओर से तहरीर नहीं मिली है, अगर आती है तो एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि देखा जाए तो इसमें पुलिस का इकबाल बुरी तरह प्रभावित हुआ है, क्या इस मामले मेें पुलिस अपनी ओर से बबालियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी, यह देखना काफी दिलचस्प होगा।