नई दिल्ली (न्यूज़ एजेंसी)। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर और केंद्र सरकार के साथ जारी तनातनी के बीच अब कू एप को बढ़ावा देने की योजना बनाई जा रही है। तमाम केंद्रीय मंत्री और अधिकारी ट्विटर पर ट्वीट करने से पहले देसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू एप पर जानकारी साझा करेंगे। तमाम तरह की सारी घोषणाएं पहले कू एप में होंगी और उसके 1-3 घंटे बाद ट्विटर पर शेयर की जाएगी। उल्लेखनीय है कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन से जुड़े ट्विटर अकाउंट को लेकर केंद्र सरकार और ट्विटर के साथ विवाद चल रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार अब जानकारी देने के लिए मुख्य तौर पर कू एप का इस्तेमाल करेगी। केंद्र सरकार के ज्यादातर मंत्रियों और मंत्रालयों ने कू एप पर अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है। हाल ही में मनी कंट्रोल से बातचीत में कू एप के संस्थापक ने बताया था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू पर अभिव्यक्ति की आजादी है लेकिन यूजर्स को देश के नियमों का पालन करना पड़ेगा। गोयल के ट्वीट के बाद बढ़ी लोकप्रियता – केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने 9 फरवरी को कू एप को लेकर एक ट्वीट किया था जिसके बाद इस माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू की लोकप्रियता बढ़ गई। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि मैं अब कू एप पर हूं। अब भारतीय माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू पर आप मेरे साथ जुड़ें। आइए कू पर हम अपने विचारों का आदान-प्रदान करें।