– शिकायत करने के बावजूद भी आज तक नहीं हुई कोई कार्रवाई उरई/जालौन। ग्राम पंचायत मित्र एवं सचिव के द्वारा ग्राम विकास हेतु विभिन्न योजनाओं को लेकर की जा रही अनियमितता के सम्बन्ध में ग्राम प्रधान गायर ने जिलाधिकारी को संबोधित अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखंड जालौन के अंतर्गत ग्राम पंचायत गायर के ग्राम प्रधान संजीव कुमार ने पंचायत मित्र एवं सचिव द्वारा ग्राम विकास हेतु विभिन्न योजनाओं को लेकर की जा रही अनियमितता के सम्बन्ध में आज जिला मुख्यालय उरई में स्थित कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन अपर जिला अधिकारी प्रमिल कुमार को सौंपा। जिसके सम्बन्ध में ग्राम प्रधान ने बताया कि गत मार्च माह में पंचायती राज विभाग के अंतर्गत होने वाले ग्राम विकास कार्यों के क्रियान्वयन में प्रधान के हस्ताक्षर एवं उक्त कराये जा रहे कार्यों की सूचना नहीं दी जा रही है। ग्राम प्रधान ने आरोप लगया कि ग्राम पंचायत गायर के पंचायत मित्र हिम्मत सिंह कुशवाहा एवं सचिव नीता राठौर की मिलीभगत से मनरेगा तथा अन्य कार्यों को अपनी मनमानी से करा रहे हैं। जब इस सम्बन्ध में ग्राम प्रधान ने जानकारी लेनी चाही तो पंचायत मित्र एवं सचिव तथा सचिव के पति सुरजीत राठौर ने काम में दखल अंदाजी न करने की बात कहते हुए कार्यों की सूचना नहीं दी है जिसकी शिकायत प्रधान द्वारा कई बार विकास खंड अधिकारी ब्लॉक जालौन को दी जा चुकी है। प्रधान ने यह भी बताया कि ग्राम पंचायत में स्वीकृत किए गए आवासों में कई आवास उन अपात्रों को स्वीकृत किए गए हैं जिनके मकान पक्के बने हैं तथा जबकि बहुत से ऐसे पात्र व्यक्ति गांव के निवासी हैं जिनके मकान कच्चे बने हुए हैं तथा जिनके नाम प्रार्थी द्वारा आवास हेतु सचिव को दिए गए थे उन नामों को काट दिए गए। इसी प्रकार ग्राम पंचायत के अंतर्गत गौशाला पक्का निर्माण का कार्य चल रहा था जब प्रधान वहां से गुजर रहा था तो रुककर गौशाला में हो रहे कार्य को देखा जिसके बाद प्रधान ने मानक के विपरीत कराये जा रहे घटिया निर्माण कार्य को लेकर ठेकेदार व कारीगर से पूछा कि यह ज्यादा बालू कम सीमेंट का मसाला क्यों प्रयोग किया जा रहा है तो ठेकेदार ने प्रधान की बात को यह कह कर अनदेखा कर दिया कि तुम्हें क्या करना तुम कौन होते हो उक्त कार्य पंचायत मित्र एवं सचिव के आदेश पर किया जा रहा है। जिसके बाद ग्राम प्रधान संजीव कुमार ने पूर्व में 21 सितंबर 2020 को रजिस्टर्ड डाक द्वारा जिला अधिकारी के कार्यालय में इन सभी घटनाओं से आहत होकर अपना प्रधान पद से त्याग पत्र प्रेषित भी कर चुका है। साथ ही प्रार्थी प्रधान ने उक्त संबंध में सम्बन्धित अधिकारियों को कई रजिस्टर्ड डाक भेजें। लेकिन न तो उसकी सुनवाई हुई और न ही कोई कार्यवाही। जिसके बाद आज एक बार पुनः जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन देकर ग्राम प्रधान ने उक्त कार्यों को लेकर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।