अब्रॉड में कोंच का नाम रोशन कर रहे हैं बुंदेलखंड के गौरव राजकुमार इकबाल

कोंच (पी. डी. रिछारिया)। ‘जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरियसी’ के भाव को मन मे रख कर जन्मभूमि कोंच की मिट्टी की सुगंध अब्रॉड में बिखेर कर बुंदेलखंड का नाम रोशन कर रहे हैं राजकुमार इकबाल अहमद। खाड़ी देश ओमान के शहर मस्कट में अपने श्रेष्ठ कार्यों से बुंदेलखंड को गौरवान्वित करने वाले बहुराष्ट्रीय कंपनी में देश प्रमुख उच्च पद पर कार्यरत, बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी, उदार ह्रदय मृदुभाषी राजकुमार इकबाल अहमद को इंडियन अचीवर्स फोरम नई दिल्ली इंडिया द्वारा उत्कृष्ट व्यावसायिक उपलब्धि की पहचान और राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए अंतरराष्ट्रीय इंडियन अचीवर्स अवॉर्ड 2021 से सम्मानित किया गया है।
वर्तमान में राजकुमार एक बहुराष्ट्रीय कंपनी एगरको में बिजनेस प्रमुख के पद पर कार्यरत हैं तथा यूरोप, मिडिल ईस्ट एवं अफ्रीका में अनेकानेक बिजनेस गतिविधियों को सफलता पूर्वक कार्यान्वित कर रहे हैं। इसके अलावा वह अंतरराष्ट्रीय इंजीनियर संघ के सदस्य भी हैं तथा इंस्टीट्यूट ऑफ मैरीन इंजीनियरिंग एंड साइंस (यूनाइटेड किंगडम) के भी सदस्य हैं। राजकुमार एक उत्कृष्ट मार्गदर्शक, कुशल प्रबंधक एवं पूर्व भारतीय नौसेना के अधिकारी हैं। उन्हे विश्व की विभिन्न कंपनियों में उच्च पदों पर कार्य करने का 26 वर्ष का अनुभव है। एक अत्यंत साधारण परिवार में जन्मे राजकुमार ने भारतीय नौसेना में रह कर ही इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की, तदोपरांत उन्होंने कलिंगा यूनिवर्सिटी से मेकेनिकल इंजीनियरिंग में एम टेक की डिग्री हासिल की परंतु कुछ बेहतर सीखने की उनकी इच्छा यही शांत नहीं हुई, उन्होंने सेंटर ऑफ मरीन टेक्नोलॉजी पुणे से सर्टिफिकेट कोर्स पूरा किया जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ पासिंग आउट अवार्ड भी मिला। इसके अलावा उन्होंने अग्निशमन सुरक्षा एवं प्रबंधन में भी सर्टिफिकेट कोर्स पूरा किया तथा नेशनल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट मस्कट ओमान से तेल एवं गैस अन्वेषण का प्रशिक्षण भी हासिल किया।
राजकुमार इकबाल अहमद एक बेहद आकर्षक व्यक्तित्व के का नाम है और यह विशिष्टता उनके नाम से लेकर उनके जीवन के हर आयाम में परिलक्षित होती है। उनकी सकारात्मक सोच ने उन्हें जीवन की हर चुनौती को स्वीकार करने की अद्भुत क्षमता प्रदान की है। ऐसा भी नहीं है कि उन्होंने कभी असफलताओं का सामना नहीं किया लेकिन जो चीज उन्हें दूसरों से अलग बनाती हैं वह है असफल होने के बाद और बेहतर तरीके से अपने लक्ष्य की प्राप्ति में लग जाना। जीवन की विषम परिस्थितियों से लड़ कर वह जिस मुकाम पर पहुंचे है वह वास्तव में सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है। समाज में ऐसे तमाम लोग हैं जिनके लिए परिस्थितियां, संसाधनों की कमी और असफलताएं भी उनकी लक्ष्य प्राप्ति के उद्देश्यों को डिगा नहीं सकी बल्कि उन्होंने और भी दृढ़ इच्छाशक्ति व समर्पण के साथ बाधाओं से पार पाई। जिसके पास किसी भी क्षेत्र में इस तरह के अभूतपूर्व प्रयासों का ट्रैक रिकॉर्ड है और कॉर्पोरेट, खेल, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवाचार, उद्यमिता, नेतृत्व, सामाजिक सेवा, साहसी कार्य, कला और संस्कृति, मनोरंजन, पर्यटन, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, सीएसआर, मीडिया, सामुदायिक विकास, रोजगार सृजन आदि जो काम को असाधारण बनाता है। वर्ष 2018 में ओमान चेंबर ऑफ कॉमर्स के वाइस चेयरमैन डॉ. सलेम जुनैबी और मिनिस्ट्री ऑफ मैन पावर अवार्ड सहित अन्य कई राष्ट्रीय एवं अंतररार्ष्ट्रीय पुरस्कारों से भी नवाजे जा चुके राजकुमार इकबाल अहमद को उनके मित्र सुनील लोहिया एडवोकेट, बैंक कर्मी मुनीश शुक्ला सहित कोंच वासियों ने शुभकामनाएं प्रदान करते हुए उन्हें बुंदेलखंड का गौरव बताया है।