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मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कोविड-19 के उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कोरोना के खिलाफ जारी इस जंग में पिछले वर्ष प्रदेश के सभी जनपदों ने कोविड प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया था। इस बार भी हम टीम वर्क के साथ सभी के सहयोग से इस लड़ाई में जीत ज़रूर हासिल करेंगे।

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए ‘टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट’ के लक्ष्य को निरन्तर ध्यान में रखते हुए प्रभावी प्रयास किए जाएं। कोविड-19 की टेस्टिंग में वृद्धि की जाए। आरटीपीसीआर विधि से प्रतिदिन 01 लाख टेस्ट किए जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी सरकारी तथा निजी टेस्टिंग लैब पूरी क्षमता के साथ कार्य करें। व्यापक काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आए हुए कम से कम 30 से 35 लोगों को ट्रेस करते हुए इनका शत-प्रतिशत कोविड टेस्ट किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड चिकित्सालयों में चिकित्साकर्मियों, आवश्यक औषधियों, मेडिकल उपकरणों तथा बैकअप सहित ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखी जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों में वेन्टिलेटर्स तथा हाई फ्लो नेजल कैन्युला (एचएफएनसी) की उपलब्धता अवश्य रहे। वेन्टिलेटर्स एवं एचएफएनसी की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने के लिए लगातार समीक्षा करते हुए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त प्रबन्ध किए जाएं। उन्होंने लेवल-2 तथा लेवल-3 के बेड की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री ने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी तथा प्रयागराज में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जनपद लखनऊ के एरा मेडिकल काॅलेज, टीएस मिश्रा मेडिकल काॅलेज तथा इन्टीग्रल मेडिकल काॅलेज को डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में संचालित करने का निर्णय लिया गया है। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक कोविड हाॅस्पिटल में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए कम से कम 700 बेड की उपलब्धता अवश्य रहे। इसके लिए सभी जरूरी चिकित्सा संसाधनों की व्यवस्था की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जनपदों में प्रतिदिन कोरोना के 100 या उससे अधिक केस मिल रहे हैं अथवा जहां कुल एक्टिव केसों की संख्या 500 से अधिक है, ऐसे जनपदों में रात्रि 9 बजे से सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाया जाए। प्रदेश में कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के सभी सरकारी तथा गैर सरकारी विद्यालयों को 30 अप्रैल 2021 तक बन्द रखा जाए। पूर्व निर्धारित परीक्षाएं आयोजित की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि इस अवधि में कोचिंग सेन्टर्स भी बन्द रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदों में पीपीई किट, एन-95 मास्क, पल्स आक्सीमीटर, इन्फ्रारेड थर्मामीटर, सेनिटाइजर, एन्टीजन किट सहित सभी आवश्यक सामग्री की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। इस सम्बन्ध में किसी भी जनपद से से मांग प्राप्त होने पर तत्काल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। सभी विभागों के कार्मिकों को आवश्यकतानुसार कोविड प्रबन्धन के कार्यों से जोड़ा जाए। युवक मंगल दल, महिला मंगल दल, सिविल डिफेंस, एनसीसी तथा एनएसएस के सदस्यों की भी सेवाएं प्राप्त की जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण में स्वच्छता व सेनिटाइजेशन की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके दृष्टिगत नगर विकास एवं ग्राम्य विकास विभागों द्वारा शहरी और ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता और सेनिटाइजेशन का कार्य मिशन मोड पर किया जाए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता व सेनिटाइजेशन के कार्य से कोविड-19 को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, वहीं दूसरी ओर यह डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया तथा जे0ई0 की रोकथाम में भी उपयोगी होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्टीगे्रटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए। निगरानी समितियों की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए इन्हें कोविड प्रबन्धन की विभिन्न गतिविधियों से जोड़ा जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन तथा हवाई अड्डे पर कोरोना जांच का कार्य प्रभावी ढंग से जारी रखा जाए।

मुख्यमंत्री ने कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को निरन्तर जागरूक किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक उपयोग किया जाए। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा मास्क के अनिवार्य उपयोग की जानकारी दी जाए। इन्फोर्समेन्ट की कार्यवाही तेज की जाए। सभी सरकारी एवं निजी कार्यालयों तथा औद्योगिक संस्थानों में कोविड हेल्प डेस्क संचालित की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए खुले स्थान पर 100 से अधिक तथा बन्द स्थान पर 50 से अधिक लोग एकत्र न हों।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड टीकाकरण का कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। प्रदेश में आज से 4 दिवसीय ‘टीका उत्सव’ प्रारम्भ हो गया है। महात्मा ज्योतिबा फुले की जयन्ती से बाबा साहब डाॅ0 बीआर अंबेडकर की जयन्ती तक आयोजित इस टीकाकरण महाभियान में लक्षित आयु वर्ग के अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करायी जाए। बैठक में अवगत कराया गया कि प्रदेश के 6 हजार सेन्टर्स पर टीकाकरण कार्य किया जा रहा है।

बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी. अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव वित्त एस. राधा चौहान, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज एवं ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

(न्यूज़ एजेंसी)

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