जनपद के आहरण वितरण अधिकारियों को वित्तीय संव्यवहार एवं लेखा सम्बन्धी दिया गया प्रशिक्षण

उरई/जालौन। जनपद के आहरण वितरण अधिकारियों को वित्त एवं लेखा सम्बन्धी प्रशिक्षण देने के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य कोषाधिकारी आशुतोष चतुर्वेदी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी। उल्लेखनीय है कि महालेखाकार उoप्रo सम्प्रेक्षण दल द्वारा कोषागार जालौन की सम्प्रेक्षा की जा रही है। इस कार्यक्रम में जनपद के आहरण वितरण अधिकारियों को प्रशिक्षण देना भी सम्मिलित होता है।
बैठक के प्रारम्भ में मुख्य कोषाधिकारी आशुतोष चतुर्वेदी द्वारा कोषागार में बिल प्रस्तुत करने की प्रक्रिया, बजट प्रबन्धन एवं देयक के साथ संलग्न होने वाले बिल वाउचर के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की तथा आहरण वितरण अधिकारियों को शासन द्वारा वित्तीय हस्त पुस्तिका खण्ड-5 भाग-2 के प्रस्तर 31 में किये गये संशोधन से अवगत कराया तथा यह सुनिश्चित करने की अपेक्षा की कि शासकीय धनराशि का स्थानान्तरण अधिकृत व्यक्ति को उसके अधिकृत बैंक खाते में ही किया जाना चाहिए किसी भी दशा में थर्ड पार्टी भुगतान से बचना चाहिए। महालेखाकार कार्यालय के निरीक्षण अधिकारी राजेन्द्र कुमार सिंह रूद्रकान्त सिंह एवं प्रशान्त कुमार मिश्रा के द्वारा समस्त आहरण वितरण अधिकारियों को सरकारी धन के लेखा गुणवत्ता सुधार के लिए टिप दिये गये।
बैठक में सामान्य भविष्य निधि, डेबिट वाउचर, केडिट शिड्यूल, एसी०/डीसी० ऋण अंतिम भुगतान के प्रकरण मिलान प्रकरणों सम्बन्धी जीपीएफ० सम्बन्धी विसंगतियों एवं लेखा की गुणवत्ता के सुधार हेतु समस्त आहरण वितरण अधिकारियों के साथ चर्चा की गयी। उन्होने बताया कि जो आहरण वितरण में गलतियाँ होती है, उनके सुधार हेतु इस बैठक का मुख्य उद्देश्य है, इसके माध्यम से उन गलतियों में सुधार होगा तथा कोषागार में कोई समस्या आहरण वितरण अधिकारियों को होती है, तो उनमें भी सुधार होगा। बैठक में अन्य बिन्दुओं पर भी विस्तार से चर्चा की गयी।
बैठक में क्षेत्रीय वनाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी, प्रधानाचार्य आईटीआई० कमाण्डेन्ट होमगार्ड, जिला अल्पसंख्यक अधिकारी, दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी सहित जनपद के समस्त आहरण वितरण अधिकारी व कोषागार के लेखाकार रमेशचन्द्र, दुर्गाप्रसाद, एवं अजय कुमार वर्मा एवं नितेन्द्र कुमार सहित समस्त कोषागार स्टाफ उपस्थित रहें।