मटर की बोरी की भर्ती 50 किग्रा करने की मांग फेल, बहाल रहेगी पुरानी व्यवस्था
मजदूर यूनियन की मटर की बोरी की भर्ती 50 किग्रा करने की मांग पर एसडीएम ने सभी पक्षों से बात की

कोंच (पीडी रिछारिया) पिछले दिनों मजदूर कल्याण समिति के सदस्यों ने हरी मटर की फली की बोरियों की भर्ती 50 किग्रा करने की जो मांग उठाई थी उस पर बात नहीं बन सकी और फिलहाल इस सीजन में पुरानी व्यवस्था ही बहाल रहेगी। मजदूरों की इस मांग को लेकर एसडीएम ने मंगलवार को मसले से जुड़े सभी पक्षों से बात की लेकिन बात में से बातें जब निकलीं तो यही तय रहा कि जिस तरह से काम चल रहा है उसी तरह से चलता रहेगा।
मंडी समिति कार्यालय में मटर व्यापारी, किसान व मजदूरों की बैठक एसडीएम अतुल कुमार द्वारा बुलाई गई जिसमें सभी पक्षों ने अपनी अपनी बात रखी। बोरियों की भर्ती कम करने पर किसानों ने कटती बंद करने व व्यापारियों ने मजदूरी कम करने की बात कही। मजदूरों की बोरी 50 किग्रा की करने की मांग पर जब तमाम तकनीकी अड़चनें सामने आई तो अंत में यही तय रहा कि जैसा चल रहा है उसे फिलहाल ऐसा ही चलने दिया जाए, अगले साल सीजन शुरू होने से पहले इस मसले पर बात होगी।
इस दौरान मंडी समिति के सचिव सोनू, किसान यूनियन के अध्यक्ष चतुर सिंह, फल सब्जी मंडी व्यापार समिति के अध्यक्ष बारिस राईन, मजदूर कल्याण समिति के अध्यक्ष किशुन प्रसाद बाबूजी, मटर व्यापारी राहुल तिवारी, सुल्तान राईन, मुकेश सदूपुरा, वीरेंद्र सिंह चमरसेना, गौरव अग्रवाल, रामानंद कुशवाहा, विपिन पटेल, चिमन राइन, शकील राईन, प्रदीप कुमार, खन्ना कुशवाहा, जगदीश, राममोहन आदि मौजूद रहे।
वहीं एसडीएम अतुल कुमार ने मंडी सचिव व मंडी निरीक्षक को कड़े निर्देश दिए हैं कि सर्दी का समय चल रहा है, सर्दी से बचाव के लिए व्यवस्था माकूल व्यवस्था किया जाना जरूरी है अतः मंडी में आने वाले किसानों के लिए मंडी परिसर में आलाव की व्यवस्था कराई जाए। रात में किसानों के रुकने के लिए विश्राम घर की भी व्यवस्था कराई जाए।