मिशन शक्ति के अंतर्गत स्वावलंबन कैम्प का किया गया आयोजन, दी गई महत्वपूर्ण जानकारी

उरई। जिला प्रोबेशन अधिकारी के निर्देशानुसार 29 सितंबर 2023 को महिला शक्ति केंद्र से महिला कल्याण अधिकारी अलकमा अख्तर द्वारा जिला महिला चिकित्सालय उरई में मिशन शक्ति के अंतर्गत स्वावलंबन कैम्प का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉक्टर सुनीता बनौधा की अध्यक्षता में किया गया।
इस अवसर पर महिला कल्याण अधिकारी अलकमा अख्तर ने महिलाओं को बताया कि महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं को जैसे मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य, बाल सेवा योजना कोविड-19, निराश्रित महिला पेंशन योजना में सरकार द्वारा ऐसी महिला जिसके पति की मृत्यु हो चुकी है महिलाओं को 1000 रूपये की धनराशि हर माह दी जाती है। साथ ही वन स्टॉप सेंटर आदि योजनाओं की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
कैम्प में महिलाओं को महिला कल्याण अधिकारी अलकमा अख्तर द्वारा कन्या सुमंगला योजना की ऑनलाइन साइट बताते हुए पात्र लाभार्थियों को अधिक से अधिक आवेदन कराने की बात कही गई व जिन बच्चियों का अभी पैसा नहीं आया है उनको अपना रजिस्ट्रेशन फॉर्म लाकर जिला परिषद के पास कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित जिला प्रोबेशन कार्यालय 26 नंबर कमरे में चेक कराने को बताया गया तथा आवेदन सही श्रेणी में करने के लिए वहां उपस्थित महिलाओं एवं पुरुषों को बताया गया।
महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित वन स्टॉप सेंटर के विषय में बताया गया कि यदि कोई महिला घरेलू हिंसा का शिकार है या कोई बालिका किसी समस्या से पीड़ित है तो वह वन स्टॉप सेंटर एवं जिला प्रोबेशन कार्यालय में आकर अपनी समस्या लिखित में दे सकती है या 181, 1090 महिला हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके अपनी समस्या कह सकती है जिस को उचित सहायता प्रदान की जाएगी।
बाल सेवा योजना कोविड-19 के विषय में जानकारी देते हुए बताया गया कि ऐसे बच्चे जिन्होंने कोविड-19 के दौरान अपने माता पिता को या आय अर्जित करने वाले संरक्षक को खो दिया है उन बच्चों की शिक्षा जारी रखने के लिए उनके भरण-पोषण के लिए 18 वर्ष तक 4000 रू० प्रति माह की धनराशि प्रदान की जाती है परंतु शर्त यह है कि 5 साल से 18 साल तक का बच्चा शिक्षा ग्रहण कर रहा हो। बाल सेवा योजना सामान्य में 23 वर्ष तक बच्चों को बच्चों को 2500 की धनराशि प्रदान की जाती है। विश्व हृदय दिवस को भी मनाया गया।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका ने महिलाओं और पुरुषों को हृदय स्वास्थ्य रखने के विषय में जानकारी दी कि नियमित रूप से व्यायाम करें, पोष्टिक आहार खाए, मोबाइल का प्रयोग कम करें एवं काम से काम आठ घण्टे सोना शरीर के स्वास्थ्य रखने के लिए आवश्यक है साथ ही बाजार की कोई भी चीजें न खाए एवं मां बच्चे को छह माह तक सिर्फ अपना दूध पिलाए और कुछ न दे। कार्यक्रम में महिलाएं, पुरुष एवं वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉक्टर संजीव प्रभाकर, बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एस के पाल तथा चिकित्सालय का समस्त स्टॉफ उपस्थित रहा।