झाँसी के ग्रासलैण्ड में हिंदी पखवाड़े का हुआ समापन

झाँसी। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान, झॉसी में हिंदी पखवाड़े का समापन माननीय शिक्षक विधायक, प्रयागराज झॉसी खण्ड डॉ. बाबूलाल तिवारी के मुख्य आतिथ्य एवं कार्यवाहक निदेशक डॉ. विजय कुमार यादव की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में निदेशक महोदय ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। डॉ. सुनील कुमार, प्रभारी राजभाषा ने स्वागत भाषण दिया।
मुख्य अतिथि बाबूलाल तिवारी ने अपने उद्धबोधन में बताया कि हिंदी में महारानी लक्ष्मीबाई के समय से ही स्वतंत्रता के संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। बुन्देलखण्ड के कवियों अपने लेखन से हिंदी को नई दिशा प्रदान की है के शब्द “विज्ञान हमारे उदभव का साधन बनेगा” प्रत्यक्ष दृष्टिगोचर हो रहा है। अध्यक्षीय संबोधन में डॉ. विजय कुमार यादव ने बताया कि सम्पर्क भाषा के रूप में हिंदी जोड़ने का कार्य कर रही है, हिंदी वैज्ञानिक भाषा के रूप में क्रियाशील है।
इसके पश्चात नीरज कुमार दुबे ने हिंदी पखवाड़ा 14-29 सितम्बर 2023 के अंतर्गत आयोजित प्रतियोगिताओं प्रारूप एव टिप्पणी लेखन प्रतियोगिता में प्रथम डॉ. मुकेश चौधरी, द्वितीय श्री रविन्द्र सिंह नेगी, तृतीय श्री चन्द्रभूषण त्रिपाठी, निबन्ध प्रतियोगिता में प्रथम डॉ. राजेश कुमार सिंघल, द्वितीय श्री प्रदीप कुमार कर्पे, तृतीय श्री दीपक चौधरी के परिणाम के साथ ही संस्थान में हिंदी की प्रगति के संबंध में जानकारी प्रदान की।
मुख्य अतिथि, संस्थान निदेशक ने प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। हिन्दी की वार्षिक प्रोत्साहन योजना नगद पुरस्कार के विजयी प्रतिभागी श्री अजय कुमार गौर एवं श्री यश कपूर को भी पुरस्कृत किया गया। संस्थान में वर्ष पर्यन्त हिन्दी में सर्वाधिक कार्य हेतु प्रक्षेत्र अनुभाग को चल वैजन्ती से पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर संस्थान के विभागाध्यक्ष डॉ. पुरुषोत्तम शर्मा, डॉ. संजय कुमार सिंह, डॉ. अरुण कुमार शुक्ला डॉ. आर.बी. कुमार एवं मुख्य अतिथि के साथ आमंत्रित दिनेश भार्गव, नीलेश तिवारी, शिक्षक नेता गुप्ता तथा वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों कर्मचारियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुनील कुमार एवं आभार नीरज कुमार दुबे ने किया।