राहुल की सदस्यता खत्म होना दुर्भाग्यपूर्ण, लोकतंत्र का गला घोंट रही है भाजपा : अनिल वैद

कोंच (पीडी रिछारिया) समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल वैद्य एडवोकेट ने वर्तमान राजनैतिक स्थिति पर करारा हमला बोला है, कहा कि जिस तरह से राजनीतिक विद्वेष वश राहुल गांधी की सदस्यता खत्म की गई है वह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि लोकतंत्रात्मक व्यवस्था का गला घोंटा जा रहा है। भाजपा जिस तरह से विरोधियों को कुचलने के लिए ईडी और सीबीआई का गलत इस्तेमाल कर रही है उससे इन संवैधानिक और स्वतंत्र संस्थाओं के अस्तित्व पर सवाल खड़े होने लाजमी हैं। यह बात उन्होंने जयप्रकाश नगर स्थित आदित्य सभागार में प्रेस वार्ता के दौरान कही।
सपा नेता अनिल वैद ने कहा कि आज देश का लोकतंत्र खतरे में है। भाजपा विपक्ष नाम की चीज को मटियामेट करने में लगी है। अगर कोई व्यक्ति सरकार की नाकामियों पर सवाल उठाता है तो उसे राष्ट्रद्रोही की उपाधि से विभूषित कर जेल में ठूंस दिया जाता है। बुलडोजर संस्कृति का खौफ दिखा कर कानून और न्याय व्यवस्था को ही कटघरे में खड़ा कर दिया गया है। संविधान में वर्णित कानून बुलडोजर कानून के आगे बौने हो गए हैं। जिस पैटर्न पर देश और प्रदेश की भाजपा सरकारें चल रही हैं उसके दुष्परिणाम आने वाले समय में देश और प्रदेश की जनता को भुगतने होंगे। आपातकाल को आज भी याद करके लोगों की रूह कांप जाती है लेकिन आज स्थिति आपातकाल से भी ज्यादा भयावह है क्योंकि सरकार के कामकाज पर सवाल उठाने की सजा आम आदमी को देशद्रोही का तमगा अपने ऊपर लगवा कर भुगतनी होगी। जिस मीडिया को सरकार से सवाल पूछने चाहिए वह सरकार के पक्ष में खड़ी नजर आती है, इसके बाद भी वह अगर खुद को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताने का दंभ भरती है तो इससे ज्यादा हास्यास्पद और कुछ हो नहीं सकता है। अडानी को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, इसका जवाब ही तो राहुल गांधी ने सरकार से मांगा था जिस पर उनकी सांसदी ही खत्म कर दी गई। अगर आज जनता नहीं जागी तो देश से लोकतंत्र खत्म हो जाएगा। इस दौरान वरिष्ठ पार्टी नेता सरनाम सिंह यादव व हरिश्चंद्र तिवारी ने भी कहा, भाजपा की नजर में सिर्फ विरोधी दलों में ही बेईमान और भ्रष्टाचारी हैं, भाजपा में सभी दूध के धुले हैं। बदले की भावना से राजनीति करने वालों के लिए लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है, भाजपा को भी अपने कुकर्मों का हिसाब देना ही होगा।