घर घर ‘राम’ को पहुंचाया बाबा तुलसीदास ने : लल्लूराम मिश्रा

कोंच (पीडी रिछारिया) प्रति वर्ष श्रवण मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाने वाली श्री रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास की जयंती गुरुवार की देर शाम प्रसिद्ध सीतानाथ मंदिर में मनाई गई। नगर के विद्वान ब्राह्मण लल्लू राम मिश्रा ने बतौर अतिथि कहा कि घर घर में राम को स्थापित करने का श्रेय बाबा तुलसी को ही जाता है जिन्होंने श्री रामचरितमानस जैसे ग्रंथ की रचना की जिसका पाठ आज हर हिंदू के घर में श्रद्धाभाव से किया जाता है।
जयंती मनाने जुटे लोगों ने सर्वप्रथम गोस्वामी तुलसीदास के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर उनका तिलक किया और पुष्प अर्पित कर पूजा अर्चना की। अतिथि के रूप में पधारे पं. लल्लूराम मिश्रा ने संत तुलसीदास के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 16वीं सदी के महान संत और कवियों में श्रेष्ठ संत तुलसीदास का जन्म सन् 1554 में उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जनपद के राजापुर गांव में हुआ था। उन्होंने श्री रामचरितमानस की रचना की जो अमर काव्यों में से एक है। इसके अलावा उन्होंने गीतावली, कवितावली, विनयपत्रिका, जानकी मंगल, बरबै रामायण सहित 12 ग्रंथों की रचना की है। बाबा तुलसी सदा सर्वदा भारतवासियों के हृदय में विराजमान रहेंगे। वहीं मंदिर में प्रतिष्ठापित मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, अनुज लक्ष्मण व माता जानकी की प्रतिमाओं का भव्य श्रृंगार पुजारी जय गोविंद मिश्रा द्वारा किया गया। आरती के उपरांत प्रसाद वितरित किया गया। मंदिर के प्रबंधक मनोज गुप्ता एडवोकेट ने आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान विजय रावत, शैलेंद्र अग्रवाल, रामकुमार खरे, सुरेश गुप्ता, राकेश तिवारी, संतोष निरंजन आदि उपस्थित रहे।