जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव श्रीमती रेनू यादव ने सुलह-समझौता केन्द्र के मध्यस्थों के साथ की बैठक

उरई/जालौन। उ प्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं माननीय जनपद न्यायाधीश श्री तरूण सक्सेना के निर्देशानुसार आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक मामलें सुलह से निस्तारित कराये जाने हेतु सुलह योग्य लम्बित मामलों के शीघ्र निस्तारण और मध्यस्थता के कार्य में गतिशीलता लाये जाने के उद्देश्य से आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव श्रीमती रेनू यादव द्वारा न्यायिक प्रतिष्ठान स्थित सुलह-समझौता केन्द्र के मध्यस्थों की बैठक ली गयी। इसमें मध्यस्थ श्रीमती सुलेखा सिंह, श्रीमती राजकुमारी निषाद व श्री विनोद प्रकाश व्यास उपस्थित हुये।
इसी के साथ सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती यादव ने आज जनपद जालौन में कार्यरत पराविधिक स्वयंसेवको की भी बैठक बुलाई और उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। इसमें तहसील कोंच, कालपी, माधौगढ़, उरई व जालौन से आये पराविधिक स्वयंसेवकों को उन्होंने आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत का प्रचार प्रसार करने और इसमें अधिक से अधिक वादकारियों की सहभागिता कराये जाने की भी बात कही। सभी पीएलवी को 11 सितम्बर को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत हेतु शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में सार्वजनिक स्थलों पर पैम्पलेट्स / पोस्टर चस्पा कराये जाने व वादकारियों के मध्य इनका वितरण किये जाने हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने पीएलवी को यह भी कहा कि वे अपने क्षेत्र में वादकारियों को इस बात के लिये प्रेरित करते हुये आश्वस्त करें कि वे न्यायालयों द्वारा भेजे जा रहे नोटिस सम्मन को लेने से इन्कार न करें, बल्कि स्वयं अथवा अपने अधिवक्ता के माध्यम से न्यायालय में अवश्य उपस्थित हो तथा वादकारियों को लोकअदालत से मिलने वाले लाभों के विषय में भी समझायें, ताकि अधिक से अधिक वादकारियों में लोक अदालत के प्रति जागरूकता उत्पन्न हो सके।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा इस बात पर विशेष बल दिया गया कि सभी पीएलवी यह सुनिश्चित करें कि उनके कार्यक्षेत्र में ऐसा कोई भी पीड़ित व्यक्ति या वादकारी न हो जो किसी प्रकार की विधिक सहायता से वंचित रह जाये।