आसपा एवं भीम आर्मी ने ओबीसी की जातिगत गणना को लेकर दिया ज्ञापन
उरई। आज दिन सोमवार को आजाद समाज पार्टी एवं भीम आर्मी ने संयुक्त रूप से ओबीसी की जातिगत गणना को लेकर महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित एवं जिलाधिकारी को नामित अपना ज्ञापन दिया।
ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया कि पिछले ही महीने 20 जुलाई 2021 को लोकसभा में दिए गए जवाब में केंद्र सरकार ने कहा कि फिलहाल आगामी 2021 की जनगणना जाति आधारित नहीं होगी। सरकार का यह फरमान पिछड़ों एवं वंचितों के कल्याण का विरोधी है। किसी भी राष्ट्र का समुचित विकास तब तक संभव नहीं है जब तक कि हासिए के समाज को विकास की मुख्यधारा से न जोड़ा जाए।
बेहद ही ताज्जुब की बात है कि 1931 में हुई जाति आधारित जनगणना के बाद से अभी तक जाति जनगणना नहीं हुई। वर्ष 2021 की जनगणना में जातिगत आंकड़े एकत्र किए गए लेकिन उसे जारी नहीं किया गया। सरकार ने लोगों के टैक्स के करोड़ों रुपए बर्बाद कर दिया। महोदय आज यह बिल्कुल झूठ है कि पिछड़ों की जातिगत जनगणना कराए जाने से समाज अगला पिछड़ा में बढ़ जाएगा नहीं बल्कि यह राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम होगा।
देश में सभी जातियों की जनगणना होनी चाहिए ताकि यह पता चल सके कि समाज में सांधन सेसाधन, धन धरती और भागीदारी का बंटवारा कैसा है। यही जनगणना होने से सरकार के पिछड़े वर्ग के जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी के फार्मूला पर विकास के लिए योजनाएं बनाने में आसानी होगी। इससे राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया और मजबूत होगी एवं देश के सभी वर्गों का समेकित विकास संभव हो सकता है।
भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी स्वयं अपने आप को ओबीसी कहते हैं और ओबीसी समाज के कल्याण का वादा करके ही सत्ता में आए हैं। अब सरकार का अपने वादे से पलट जाना बहुत ही दुखद है। अपनी इस जंग को लेकर आजाद समाज पार्टी आज उत्तर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम महामहिम राष्ट्रपति के नाम पत्र लिख रही है।
केंद्र सरकार जातिगत जनगणना के पक्ष ने तत्काल अपनी मंशा जाहिर करें और आगामी 2021 की जनगणना जाति आधारित करना सुनिश्चित करें। अन्यथा आजाद समाज पार्टी आगामी आंदोलन के अगले चरण में राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू करने को बाद होगी।
इस ज्ञापन के दौरान आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष अखंड प्रताप सिंह भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष रविकांत सिंह मानवेंद्र बौद्ध पर्वत सिंह जाटव धर्मेंद्र कुमार अमरदीप दीपेश कुमार राज गौतम छोटू राजा जाटव शैलेंद्र राघवेंद्र सिंह उपेंद्र सिंह अभिषेक आदि दर्जनों कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौजूद रहे।