उरई/जालौन। भारत में स्वच्छ भारत मिशन एक सुंदर मिशन के तौर पर देखा जाता है जिसका मुख्य उद्देश अपने आसपास एवं सार्वजनिक स्थानों को स्वच्छ एवं सुंदर रखना होता है लेकिन स्वच्छ भारत मिशन को चलाने वाला विभाग ही जब गंदगी से पटे पड़े हो तो शहर में स्वच्छ एवं सुंदरता की कैसे उम्मीद की जा सकती है।
हम बात कर रहे हैं जनपद जालौन के मुख्यालय उरई के नगर पालिका परिषद कार्यालय की जहां पर स्वच्छ भारत मिशन का अभियान तो बखूबी जोर शोर के साथ चलाया जाता है लेकिन जहां से इस अभियान की रूपरेखा तैयार की जाती है जब उसी की दीवाल या परिषद गंदगी एवं गुटखा पान की पीक से रंगा पड़ा हो तो इससे ही अनुमान लगाया जा सकता है कि स्वच्छ भारत का राग अलापने वाली नगर पालिका क्या नगर को स्वच्छ एवं सुंदर रखती होगी।
हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कार्यालय परिसर के अंदर जहां-तहां पान एवं गुटको की पिक दीवारों व फर्शों पर जमी दिखाई देती। इसके अलावा नगर पालिका परिषद में ही लगे 2 वाटर कूलर भी कबाड़ के रूप में जगह को घेरे हुए हैं साथ ही गंदगी को उठाने वाली ट्रालियाँ भी इसी परिसर में जंग खा कर गल रही है। और जब इस संबंध में जानकारी के लिए कार्यालय संबंधित अधिकारियों के पास जाते हैं तो या तो गायब दिखाई देते हैं या फिर गोलमोल जवाब देकर अपना पल्ला झाड़ देते हैं।