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किसानों की भूमि को 27 वर्ष के लिए लीज पर लेगा अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क परियोजना

अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क परियोजना के संबंध में ग्रामीणों को दी जानकारियां
उरई/जालौन। अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क परियोजना के सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा गठित समिति की तहसील माधौगढ़ में ग्राम स्तरीय बैठक का आयोजन ग्राम मई में किया गया। जिसकी अध्यक्षता आशुतोष चतुर्वेदी, मुख्य कोषाधिकारी द्वारा किया गया।
बैठक में अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क परियोजना हेतु भूमि प्रबंधन समिति के सम्मानित सदस्य प्रेम नारायण प्रजापति, तहसीलदार माधौेगढ़, राकेश कुमार पाण्डेय, परियोजना अधिकारी नेडा, संजीव कुमार पाण्डेय, उप-प्रबंधक (सिविल) बुंदेलखण्ड सौर उर्जा लिमिटेड एवं थाना रामपुरा के एसएसआई वीर सिंह, बुंदेलखण्ड सौर उर्जा लिमिटेड के उप-प्रबंधक (सिविल) अरुण कुमार पाण्डेय तथा स्थानीय लेखपाल कुंवर सिंह, शशांक सोनी व कल्लू सिंह आदि उपस्थित रहे। सभा का संचालन संजीव कुमार पाण्डेय द्वारा किया गया। इस अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क परियोजना का निर्माण संयुक्त उपक्रम बुंदेलखण्ड सौर ऊर्जा लिमिटेड के द्वारा कराया जा रहा है।
ग्राम स्तरीय बैठक में अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क परियोजना के सम्बन्ध में, राकेश कुमार पाण्डेय, परियोजना अधिकारी, नेडा ने ग्राम वासियों को परियोजना की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने परियोजना के बारे में बताया कि यह परियोजना केंद्र सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा प्रायोजित है।
मन्त्रालय द्वारा बुंदेलखण्ड सौर ऊर्जा लिमिटेड को जालौन जनपद में 1200 मेगवाट की परियोजना लगाने का आदेश पारित हुआ है, जिसके अंतर्गत 600 मेगवाट की परियोजना तहसील माधौगढ़ के ग्राम रामपुरा जागीर, महूटा, मई, कर्रा, जायाघा, कंजौसा एवं भिटौरा में विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना को क्षेत्र में लाने में माधौगढ तहसील के वर्तमान उप जिलाधिकारी का महत्वपूर्ण योगदान है।
मुख्य कोषाधिकारी ने कृषक बंधुओ द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देते हुए बताया कि परियोजना हेतु कृषकों की अनुपजाऊ एवं कम उपजाऊ भूमि का चिन्हीकरण किया गया है, सभी प्रकार की भूमि के लिए एक समान वार्षिक लीज दर रुपये 15 हजार प्रति एकड़ निर्धारित की गयी है, जिससे की कृषकों को अधिकतम लाभ मिल सके। लीज की अवधि 27 वर्ष होगी एवं अवधि पूर्ण होने के पश्चात वर्तमान से अच्छी स्थिति में जमीन कृषको को वापस कर दी जायेगी। पूरी अवधि के दौरान भूमि का मालिकाना हक कृषकों के पास ही रहेगा एवं कृषक बंधुओ पर कोई दबाव नहीं बनाया जाएगा।
तहसीलदार माधौगढ़ ने बताया कि तहसील के इस सात गावों की अधिकांश जमीन उसर, बीहड़ व बंजर प्रकृति की है। इस परियोजना के अंतर्गत उन क्षेत्रों का चुनाव किया गया है जिनसे कृषको को शून्य या न्यून आय होतीप् परियोजना के निर्माण से क्षेत्र में रोजगार के अवसर सृजित होंगे तथा क्षेत्र एवं स्थानीय नागरिको का विकास होगा। अतः सभी स्थानीय कृषक शीघ्र सकारात्मक रूप से चिंतन मनन करके क्षेत्र के विकास एवं रोजगार सृजन हेतु आगे बढ़ कर सहमति पत्र हस्ताक्षर करें। उन्होंने स्थानीय लेखपालों कुंवर सिंह, ओम नारायण चतुर्वेदी, शशांक सोनी व कल्लू सिंह को निर्देश दिया कि तीन दिनों के अन्दर परियोजना क्षेत्र का पूरा नक्शा एवं किसानों की पूर्ण सूची प्रस्तुत करें तथा क्षेत्र में उपस्थित रहते हुये सहमति पत्र हस्ताक्षर अभियान शीघ्र पूर्ण करावें।
बुंदेलखण्ड सौर ऊर्जा लिमिटेड के उप-प्रबंधक संजीव कुमार पाण्डेय ने बताया कि अगले एक सप्ताह तक प्राथमिक विद्यालय मई में सहमति पत्र हस्ताक्षर का कार्य किया जाएगा। अंत में अरुण कुमार पाण्डेय, उप-प्रबंधक बुंदेलखण्ड सौर उर्जा लिमिटेड ने उपस्थित जनसमुदाय के समक्ष सहमति पत्र का प्रारूप पढ़ कर सुनाया एवं सभी सम्मानित जनता तथा समिति के सभी सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया। बैठक के अंत में, लगभग 12 सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये गयें।

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