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प्रदेशीय आवाहन पर सपाईयों ने जिले की सभी तहसीलों पर दिया विशाल धरना

उरई। आज दिन गुरुवार को समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश सिंह यादव के निर्देशन पर प्रदेश सरकार में मौजूद भाजपा सरकार के खिलाफ विशाल धरना प्रदर्शन का आवाहन कर प्रदेश के प्रत्येक तहसील स्तरों पर दिया गया। जिसके चलते जनपद जालौन के जिला मुख्यालय उरई के कलेक्ट्रेट परिषद में समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष नवाब सिंह यादव के नेतृत्व में विशाल धरना का आयोजन किया गया। जिसके पश्चात सपा जिलाध्यक्ष ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा।
आज दिन गुरुवार को समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष नवाब सिंह यादव के नेतृत्व में जिले के सभी तहसीलों पर विशाल धरने का आयोजन किया गया है इसी क्रम में जिला मुख्यालय उरई में भी जिला अध्यक्ष की अगुवाई में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में एकत्रित होकर विशाल धरना प्रदर्शन किया। जिसमें सभी वक्ताओं ने मौजूदा भाजपा सरकार की भृष्टनीतियों एवं पंचायती चुनावों में कई गयी दबंगई के खिलाफ जमकर बोला। जिसमें कहा कि उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के अंतर्गत जिला पंचायत अध्यक्षों एवं ब्लाक प्रमुखों के चुनाव में जो गुंडागर्दी और लोकतंत्र की हत्या भाजपा राज में हुई उसकी कोई कल्पना नहीं थी। 8 जुलाई 2021 को प्रमुख पद के नामांकन के समय विपक्ष के प्रत्याशी प्रस्ताव को समर्थकों एवं महिलाओं के साथ शर्मनाक घटना व अभद्रता और पूर्व स्पीकर श्री माता प्रसाद पांडे के साथ धक्का-मुक्की और उन्हें चोट पहुंचाने की कोशिश इन सभी घटनाओं से जाहिर है कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव की बात बेमानी हो गई है जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लाक प्रमुखों के चुनाव में 3 जुलाई 10 जुलाई 2021 को सत्ता पक्ष के प्रत्याशियों को जिताने के लिए विपक्ष के साक्षर जिला क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ जबरन हेल्पर लगाकर वोट डलवाए गए जिसमें जिला प्रशासन के अधिकारियों की भी भूमिका रही मतदान से पूर्व जिला पंचायत क्षेत्र पंचायत सदस्यों को डरा धमका आया गया तथा जबरन प्रलोभन देकर भाजपा के पक्ष में मत देने को बाद किया गया 8 जुलाई 2021 को ब्लाक प्रमुख के निर्वाचन के लिए नामांकन की अंतिम तिथि थी नामांकन के दौरान पुलिस प्रशासन सत्ता पक्ष का कार्यकर्ता बनकर काम करने लगा और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों समर्थकों पर हम लोग के साथ नामांकन पर्चे फाड़ने जैसे कृत्य कार्य किए गए। सैकड़ों ब्लॉकों में नामांकन करने नहीं दिया गया। 10 जुलाई 2021 को मतदान के दिन भी भाजपा छल बल से जीतने में लगी रही और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों उनके समर्थकों को मारा पीटा गया। पंचायत चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी एवं विपक्ष के नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ हुई हिंसा से लोकतंत्र शर्मसार और कलंकित हुआ। उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में डबल इंजन की सरकार द्वारा की गई प्रायोजित हिंसा ने भारत के संविधान को नजरअंदाज करते हुए हिटलर और मुसोलिनी की तानाशाही से कई कदम आगे निकल चुकी है। इन्हीं सब विचारों को लेकर भाजपा सरकार के विरोध में समाजवादियों ने धरना प्रदर्शन किया एवं ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिया जाए एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी दी जाए, प्रदेश में किसानों को गन्ने का बकाया भुगतान तत्काल दिया जाए, किसानों के ऊपर जो काला कृषि कानून थोपा जा रहा है उसको तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए, बढ़ती महंगाई जैसे डीजल पेट्रोल रसोई गैस खाद बीज कीटनाशक दवाइयां कृषि यंत्र इत्यादि पर रोक लगाई जाए, बेरोजगार नौजवानों को रोजगार दिया जाए, उत्तर प्रदेश में ध्वस्त कानून व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए, महिलाओं के साथ हो रहे अपराध पर रोक लगाई जाए, समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के ऊपर फर्जी मुकदमे दर्ज करना तत्काल बंद किया जाए तथा उत्पीड़न पर रोक लगाई जाए, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे संगठित अपराध को अविलंब बंद किया जाए, प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को तत्काल दुरुस्त किया जाए, भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए, करोना काल में सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच कराई जाए और मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए, साथ ही जिला पंचायत व क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में हुई धांधली एवं हिंसा की निष्पक्ष जांच कराई जाए जांच में पाए गए दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए और संभव हो सके तो पुनः मतदान कराया जाए, इसके अलावा पत्रकारों के ऊपर लगातार हो रहे हमलों और हत्याओं पर रोक लगाई जाए तथा दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए एवं मृत पत्रकारों के परिवारजनों को उचित मुआवजा देखकर उनके सम्मान को बरकरार रखा जाए, दलित तथा अल्पसंख्यक वर्ग पर हो रहे अत्याचार बंद हो पिछड़ा वर्ग को अनुमन्य 27 प्रतिशत आरक्षण में कटौती बंद हो। इस धरना प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष नवाब सिंह यादव के अलावा पूर्व जिला अध्यक्ष वीरपाल दादी, सुरेंद्र मौखरी, अजय गौतम महाराज, वेद प्रकाश यादव, शबीउद्दीन, अनुरोध द्विवेदी, विनोद श्रीवास, राम रतन प्रजापति, देवेंद्र यादव, मांडवी निरंजन, मिर्जा साबिर बैग, कैप्टन रमाशंकर, नेतराम निरंजन, इंद्र प्रकाश कुशवाहा, आर एल विश्वकर्मा, जमला उद्दीन, शफीकुर्रहमान काशफी शिवेंद्र प्रताप सिंह, कपिल यादव गुमावली, धीरेन्द्र यादव उर्फ शनि आदि दर्जनों पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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