राष्ट्रीय खंगार क्षत्रिय संस्था के पदाधिकारियों ने फिल्म पृथ्वीराज चौहान को लेकर दिया ज्ञापन

उरई। आज दिन गुरुवार को राष्ट्रीय खंगार क्षत्रिय संस्था के पदाधिकारियों ने फिल्म पृथ्वीराज चौहान में उनके मुख्य सामंत सेना नायक की भूमिका को ना दर्शाए जाने के विरोध में अपना ज्ञापन महामहिम राज्यपाल महोदय को संबोधित एसडीएम को सौंपा।
ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया कि राष्ट्रीय खंगार क्षत्रिय संस्था एवं समस्त क्षत्रिय समाज यशराज बैनर तले बन रही फिल्म पृथ्वीराज चौहान में पृथ्वीराज चौहान के प्रधान सेनापति सेनानायक महाराजा खेत सिंह खंगार जिन्होंने प्रथम हिंदू राज्य के रूप में जुझौतिखण्ड जो कि वर्तमान में बुंदेलखंड की नींव रखी थी उनके किरदार को काट दिया गया। फिल्म पृथ्वीराज चौहान को लेकर भारत के समस्त खंगार क्षत्रिय समाज द्वारा इस फिल्म पर विरोध जताते हुए निवेदन करता है कि वीर प्रताप सेना नायक महाराज खेत सिंह खंगार की वीरता का किरदार नहीं दिखाया गया है हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहान के संघर्ष में जीवन के दरबारी कवि चंदबरदाई द्वारा लिखित पृथ्वीराज रासो के अनुसार पृथ्वी राज चौहान के प्रधान सामंत सेनानायक महाराजा खेत सिंह खंगार की वीरता एवं शौर्य का उल्लेख है पूर्वजों की मान मर्यादा क्षत्रियों के जोहर व राष्ट्रहित के लिए बलिदान एवं समर्पण को ध्यान में रखते हुए ऐतिहासिक दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ ना की जाए। महाराजा खेत सिंह खंगार का रोल दिखाना अति आवश्यक है जिसकी भूमिका संयोगिता स्वयंबर से लेकर जुझौतिखण्ड वर्तमान बुंदेलखंड में स्वतंत्र हिंदू राज्य की स्थापना की एवं तराइन के युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए। महान इतिहासकारों के द्वारा प्रस्तुत कृति छत्रिय वंश प्रदीप लेखक पंडित छोटे लाल शर्मा एवं पृथ्वीराज चौहान तथा उनका युग नामक पुस्तक में रविंद्र राजपूत रेजीमेंट में सबसे अधिक महत्व देने वाली ऐतिहासिक पुस्तक क्षत्रिय वंश प्रदीप है। श्री रघुनाथ सिंह ग्राम काली पहाड़ी वालों का भी यही मत है कि पृथ्वीराज चौहान के मुख्य सामंत सेनानायक महाराजा खेत सिंह खंगार थे जिन्होंने महोबा विजय प्राप्त करने में अहम भूमिका निभाई। फिल्म पृथ्वीराज चौहान के डायरेक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी एवं यश राज बैनर को चेतावनी दी जा रही है कि इतिहास के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ व खिलवाड़ किया तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। खंगार क्षत्रिय समाज के कुलश्रेष्ठ महाराजा खेत सिंह खंगार का योगदान अवश्य दिखाया जाए। दिल्ली नरेश पृथ्वीराज चौहान खेत सिंह की वीरता आक्रमण की कला साहस बल विवेक को देखकर खेत सिंह खंगार को जिला टीकमगढ़ मध्य प्रदेश में स्थित दुर्ग गढ़कुण्डार का राजतिलक कर दिया गया था जिसको महाराजा के सिंह ने प्रथम स्वतंत्र हिंदू राज्य की स्थापना किया। इस दुर्ग के आसपास के क्षेत्र की शूटिंग के अंश शामिल करें तो फिल्म में चार चांद लग जाएंगे। इसलिए उक्त फिल्म को बिना महाराजा खेत सिंह के व्यक्तित्व जीवन पर आधारित चित्रण के शूटिंग या फिल्म चलाने का परमिशन न दिया जाए अन्यथा खंगार समाज धरना प्रदर्शन कर रोड जाम करने को बाध्य हो जाएंगे। यह ज्ञापन शेर सिंह के नेतृत्व में दिया गया। इनके अलावा रविंद्र सिंह बृजेश राजकुमार कुंवर सिंह श्री वीर राजा उपेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।