– अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण पर हुई गोष्ठी महोबा।वीरभूमि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सेमिनार हॉल पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में चिकित्साधिकारी डॉ सुप्रिया कुमारी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष का 1 दिन महिला दिवस नहीं बल्कि प्रत्येक दिवस महिला दिवस होता है।
नारी सृष्टि का आरंभ है तथा नारी का अपमान मनुष्य जाति पर कलंक है। नारी शिक्षा, सम्मान, समृद्धि, संस्कृति का सहज वाहक होती है नारी विविध रूप में सृष्टि का संचालन करती है वही बेटी है बहन है प्रेयसी है और मां है। उन्होंने कहा कि मानवीय संबंधों की गरिमामई व्याख्या नारी है इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती दीप प्रज्वलन कर प्रारंभ हुआ सरस्वती वंदना छात्रा स्नेहा सोनी एवं रुचि खरे ने प्रस्तुत की स्वागत गीत निकिता एवं स्त्री जागरूकता पर दयावती एवं साक्षी सोनी ने नृत्य प्रस्तुत किया छात्रा रश्मि गर्ग ने महिला स्वावलंबन पर बोलते हुए कहा कि अब महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में बराबरी का हिस्सा चाहती हैं और वह प्रत्येक क्षेत्र में अपना कौशल दिखा रही है। कार्यक्रम में मिशन शक्ति की नोडल अधिकारी रचना राजपूत ने महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी कार्यक्रम में मां चंद्रिका महिला महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ ज्योति सिंह, साईं कॉलेज ऑफ एजुकेशन के शशिकांत अग्रवाल, महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ मधुबाला सरोजिनी, डॉ संतोष कुमार पांडे, हेमलता ने अपने विचार व्यक्त किए कार्यक्रम का सफल संचालन छात्रा अंकिता पटेरिया ने किया तथा महाविद्यालय के प्राचार्य लेफ्टिनेंट प्रो सुशील बाबू ने सभी आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया।