उरई/जालौन। ग्राम अटराकलां थाना चुर्खी के निवासी एक पीड़ित मजदूर ने जिला मुख्यालय उरई में एक शिकायती पत्र पुलिस अधीक्षक को दिया। जिसमें उसने आरोप लगाया कि गांव के दबंग के खेत में काम करने से मना करने पर पीड़ित को जातिसूचक गालियां एवं जान से मारने की धमकी दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार जगराम पुत्र मोती लाल कोरी ग्राम अटराकलां थाना चुर्खी ने पुलिस अधीक्षक महोदय को एक शिकायती पत्र देते हुए अवगत कराया कि श्री कृष्ण प्रजापति नाम का व्यक्ति पीड़ित के घर मटर में पानी के छिड़काव कराने के लिए बुलाने आया था जिस पर पीड़ित जगराम ने कहा कि आप मजदूरी तो करा लेते हैं लेकिन उस मजदूरी का भुगतान नहीं करते इसलिए मैं आपका काम नहीं करूंगा। जिस पर श्री कृष्ण प्रजापति वापस चले गए लेकिन थोड़ी देर बाद श्री कृष्ण पुत्र लालमन, उमेश पुत्र कृष्ण एवं सुजल सिंह पुत्र उमेश मेरे घर के अंदर लाठी-डंडे लेकर घुस आए और पीड़ित जगराम के साथ जाति सूचक शब्दों के साथ भद्दी भद्दी गालियां देने लगे और कहा कि तेरे दिमाग ज्यादा खराब हो गए हम लोगों की मजदूरी नहीं करेगा। साथ ही जान से मारने की धमकी देने के साथ मेरे साथ मारपीट करने लगे। जिस पर उसे बचाने आई बहू आरती व पुत्र कौशल की बुरी तरह लाठी डंडों व चप्पल जूतों से मारा और कहा तुम लोग इसी लायक हो। मारपीट के दौरान बहू और पुत्र को गंभीर चोटे आई एवं उमेश द्वारा पीड़ित की बहू के साथ अभद्र व्यवहार किया। जिस पर गांव के लोगों ने देखा और हम लोगों को बचाया। जिसके बाद इस घटना की सूचना चुर्खी थाने को दी लेकिन उनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसके बाद पुनः 23 दिसंबर 2020 को शाम 7 बजे श्री कृष्ण, उमेश, सुजल, राजा लाल आए और कहा कि तुमने मेरे खिलाफ जो तहरीर दी है उसे वापस ले लो नहीं तो तुम्हें जान से मार दूंगा। जिस पर उमेश सुजल ने मुझे कई थप्पड़ लाते व गाली देते हुए मारपीट की और भाग गए।