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दस हजार लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनवाने वाला कदौरा पहला विकासखंड

सबसे पहले इस लक्ष्य को प्राप्त करने वाला एकमात्र विकासखंड
उरई/जालौन। जनपद जालौन के सभी नौ विकासखंड में कदौरा पहला विकासखंड है, जिसने 10 हजार लाभार्थियों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के पात्र लाभार्थी को गोल्डन कार्ड उपलब्ध करवाया गया है। जनपद में योजना के जिला प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ आशीष कुमार झा ने बताया कि जनपद में ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 70699 लाभार्थी परिवार इस योजना में सम्मिलित किए गए हैं। जिसमें डकोर ब्लॉक के 11334 परिवार, जालौन ब्लॉक के 8562, कदौरा ब्लॉक के 12089, कोंच ब्लॉक के 5922, कुठौंद ब्लॉक के 7279, माधौगढ़ ब्लॉक के 7369, महेबा ब्लॉक के 5536, नदीगांव ब्लॉक के 7207, रामपुरा ब्लॉक में 5401 लाभार्थी परिवार हैं। उन्होंने बताया कि जनपद के सभी नौ विकासखंड में केवल कदौरा ने ही अभी तक 10 हजार गोल्डन कार्ड के मील के पत्थर को पार किया है। अन्य ब्लाकों में जालौन 8643, डकोर 8152, माधौगढ़ 6218, कोंच 5559, नदीगांव 5460, महेबा 4441, कुठौंद 4101, रामपुरा 3979 गोल्डन कार्ड जारी किए जा चुके हैं। कदौरा विकासखंड ने जिस तरह अन्य ब्लॉक के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया है, वह काबिले तारीफ है। बीसीपीएम गोविंद, एएनएम, संगिनी व आशा कार्यकत्री ने अपने चिकित्सा अधीक्षक डॉ अशोक के नेतृत्व में निरंतर प्रयास से यह उपलब्धि हासिल की है। डॉ आशीष कुमार ने बताया कि जनपद में कुल 34 प्रतिशत से अधिक परिवारों को गोल्डन कार्ड पहुंचाया जा चुका है। गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए लाभार्थी परिवारों को जागरूक किया जा रहा है।

👉 31 दिसंबर तक जारी रहेगा विशेष गोल्डन कार्ड अभियान –
डीएम के आदेशानुसार जनपद के सभी ब्लॉकों में विशेष गोल्डन कार्ड अभियान 15 दिसंबर से ही जारी है, जो 31 दिसंबर तक चलेगा। इस अभियान के दौरान गोल्डन कार्ड बनवाने के दर में प्रगति हुई है। इस व्यापक अभियान से ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैल रही है, ग्रामीण आयुष्मान योजना व गोल्डनकार्ड के विषय में चर्चा भी कर रहे हैं। अभियान के अंतर्गत प्रत्येक ब्लॉक के एक निश्चित गांव में ही शिविर लगाना संभव हो पा रहा है। शेष गांवों में जन सुविधा केंद्रों के माध्यम से ही शिविर लगवाया जा रहा है।

👉 जन सेवा केंद्रों में लगते हैं 30 रुपये –
सीएससी में गोल्डन कार्ड के लिए लाभार्थी को 30 रुपए प्रति कार्ड का शुल्क अदा करना होता है। ग्रामीण 30 रुपये देने में भी आनाकानी करते हैं। उनका कहना है कि घर मे 10 सदस्य हो तो 300 रुपए का भुगतान करना होगा। इसलिए जब आवश्यकता होगी तब बनवाई जाएगी। ग्रामीण यह भी कहते हैं कि सभी जगह योजना में निशुल्क की व्यवस्था है, फिर 30 रुपए क्योंघ् डीपीसी डॉ आशीष के अनुसार शिविर के माध्यम से जहां भी गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है वहाँ ग्रामीणों को जागरूक भी किया जा रहा है। अस्पतालों में गोल्डन कार्ड देखने पर ही भर्ती कर निशुल्क उपचार की सुविधा मिलती है, इसकी जानकारी जन मानस तक पहुंचाने का कार्य निरंतर जारी है।
👉 डीपीआरओ और डीएसओ ने भी सहयोग का आश्वासन दिया –
डीपीआरओ एवं डीएसओ ने जनपद के समस्त ग्राम प्रधान, ग्राम सचिव व कोटेदार को आयुष्मान भारत योजना के इस विशेष अभियान में शिविर के दौरान गोल्डन कार्ड बनवाने का निर्देश जारी किया है। डॉ आशीष ने बताया कि कुछ गांव में ग्राम प्रधान का सहयोग मिलता है, कुछ में नहीं। प्रधान व सचिव का दायित्व होना चाहिए कि शिविर की व्यवस्था करके अपने क्षेत्र के लाभार्थी परिवारों का गोल्डन कार्ड बनवाए साथ ही योजना का प्रचार प्रसार भी अपने स्तर से करें।

👉 93013 लाभार्थियों का जनपद में बना गोल्डनकार्ड
डीपीसी ने बताया कि योजना के लाभार्थियों का गोल्डनकार्ड बनवाने में जनपद का प्रदेश में 23वां स्थान हैं। कुल 105042 लाभार्थी परिवार में अनुमानत : 525210 गोल्डनकार्ड बनवाने का लक्ष्य है, जिसमे से अब तक 93013 लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड दिया जा चुका है। कुल 35421 परिवारों में कम से कम एक सदस्य का गोल्डन कार्ड बनवाया जा चुका है।

👉 अकबरपुर की सभी आशा को दिया पुरस्कार
कदौरा ब्लॉक के एक गांव अकबरपुर इटौरा में सबसे अधिक 1361 लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनवाने पर डॉ आशीष ने सभी आठ आशा कार्यकत्री को सम्मानित किया। जनपद में केवल यही एकमात्र गांव है जहां एक हजार से ज्यादा लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं।

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