फ़ॉलोअप ! पिता के कंधे पर पुत्र की हुई मौत के मामले का प्रशासन ने लिया संज्ञान
एसडीएम व एसीएमओ ने उक्त मामले की गहनता से की जांच

कालपी/जालौन। इलाज के अभाव में पिता के कंधे पर पुत्र की हुई मौत के मामले का प्रशासन ने संज्ञान ले लिया है। शुक्रवार की शाम उपजिलाधिकारी ने एसीएमओ के साथ मामले की जांच की है। इस दौरान उन्होने हीरापुर गांव जाकर मृतक के पिता से भी मुलाकात की है।
स्वास्थ्य विभाग भले ही अस्पताल में मरीजो को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का दावा करता हो पर यह सही नहीं है। गुरूवार को घटित घटना ने विभाग की हकीकत से पर्दा उठा दिया है। मालूम हो कि यमुना पट्टी के ग्राम हीरापुर निवासी रामप्रसाद का 25 वर्षीय पुत्र लालजी बुखार से पीड़ित था जिसको लेकर वह बुधवार को वह सीएचसी कालपी आया था। लेकिन मौजूद डाक्टर ने इलाज के बजाय निजी पैथालाजी से जाँच कराने के लिए कहा था। तो वह पास स्थित यश पैथालाजी गया था लेकिन वहां भी उसे अगले दिन आने के लिए कहा था जिस पर वह बगैर इलाज के घर ले गया था और गुरूवार को फिर वह उसे लेकर अस्पताल के लिए आया था लेकिन हालत और गम्भीर होने पर उसे कन्धे में लादना पड़ा था। सूत्रों की माने तो वह अपने पुत्र के इलाज के लिए जांच रिपोर्ट लेने जा रहा था लेकिन पैथालाजी पहुँचने से पहले ही युवक ने अपने वृद्ध पिता के कन्धे पर दम तोड़ दिया।
लेकिन इस घटना ने मानवता को झकझोर दिया था और स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारो की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होने लगे। हालांकि मानवता को शर्मसार करने वाली घटना अखबार में छपी तो प्रशासन ने मामले का संज्ञान ले लिया है और शुक्रवार शाम उपजिलाधिकारी के के सिंह ने एसीएमओ डॉ० एसडी चौधरी के साथ घटना की जांच शुरु की। इस दौरान उन्होंने अस्पताल के साथ निजी पैथोलॉजी का भी निरीक्षण किया है तथा घटना की जानकारी लेने के लिए हीरापुर जाकर मृतक युवक के परिवार से भी मुलाकात की है। एसीएमओ डॉ० एस डी चौधरी के अनुसार जांच के दौरान ओपीडी रजिस्टर के साथ पर्चा तथा पैथोलॉजी से आवश्यक जानकारी ली है तथा इस मामले की रिपोर्ट जिलाधिकारी जालौन को सौंपी जाएगी।