मुस्कान इंस्टीट्यूट में बीएससी नर्सिंग के विद्यार्थियों का विदाई समारोह हुआ सम्पन्न
स्नेह, अपनत्व के घरौंदे से बाहर होने पर भावुक हुए सभी विद्यार्थी

उरई/जालौन। विद्यार्थियों को जब इसका अहसास हुआ कि अतीत को वे अब वर्तमान समझकर उसे नहीं जी पाएंगे तो वे भावुक हो गये। अपनत्व के घेरे से बाहर निकलने की तकलीफ को छात्राएं बर्दाश्त नहीं कर पा रही थीं। आंखों के कोरों में एकत्रित हो आंसू भी शोक मना रहे थे।
मुस्कान इंस्टीट्यूट में रविवार को विदाई समारोह था। यह विदाई 2018-19 से यहां पढ़ने आ रहे बीएससी नर्सिंग के विद्यार्थियों का था। कार्यकारी निदेशक देवेंद्र शुक्ला ने कहा कि तकलीफ दोनों ओर है। जैसे बेटी की विदाई करते वक्त तकलीफ होती है, कुछ ऐसा ही अहसास हो रहा है। इतना कह सकता हूँ कि सभी बच्चे बहुत अच्छे थे। डॉ. कुमारेन्द्र सेंगर ने अपने विद्यार्थी काल के कई किस्से सुनाये। कहा कि कोई विद्यार्थी साथ छूटने से दुःखी न हो। अब तो हमेशा साथ-साथ रहने के लिए तकनीक है। ग्रुप बनाकर वे संपर्क में रहें। निदेशक डा. अंकुर शुक्ला ने कहा कि इन विद्यार्थियों को संस्थान हमेशा याद रखेगा। मेरा आशीर्वाद कि वे समाज के लिए प्रेरणा बनें। चीफ प्रॉक्टर डॉ. रेहान सिद्दीकी ने कहा कि डॉ. अंकुर ने अपनी मेहनत और लगन से एक ऐसा संस्थान खड़ा किया है जो छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है। इसके पूर्व विद्यार्थी भी कुछ कहने की हिम्मत जुटाते रहे। संस्थान में उन्होंने जो समय बिताया यह उनमें भावुकता पैदा कर रहा था। अंतर्मन उन्हें संस्थान से जाने की हिम्मत नहीं दे पा रहा था। इसीलिए भावनाओं और आंसुओं दोनों से विद्यार्थी परास्त हुए। डा. श्रीकांत तिवारी, डा. बनौधा, डा. सुजान सिंह और डा. सुमित सचान की विशेष उपस्थिति रही।