उरई/जालौन। सोमवार 1 फरवरी 2021 को राजकीय मेडिकल कालेज उरई के ऑडीटोरियम में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी डा0 मन्नान अख्तर, जिलाधिकारी की उपस्थिति में एवं प्रधानाचार्य डॉ द्विजेन्द्र नाथ की अध्यक्षता में पूर्वाह्न 10 बजे कोविड स्टार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर के द्वारा ज्योति प्रज्वलन के उपरान्त कार्यक्रम का प्रारंभ करते हुए डॉ० छवि जायसवाल (सहायक आचार्य, बालरोग विभाग) के द्वारा प्रधानाचार्य डा0 द्विजेन्द्र नाथ के पद ग्रहण के बाद मेडिकल कालेज की दिशा एवं दशा के सकारात्मक परिवर्तन को प्रोजेक्टर स्क्रीन के माध्यम से स्क्रीन पर सभी उपस्थित सदस्यों को दर्शाया गया। कार्यक्रम में डा0 नूतन अग्रवाल (नोडल अधिकारी कोरोना) के द्वारा कोरोना (कोविड-19) महामारी के विषम समय में जिला प्रशासन के सहयोग एवं व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे कम समय में जिला प्रशासन के सहयोग से राजकीय मेडिकल कालेज में समस्त व्यस्थाओँ को पूर्ण किया गया। अऩ्य मेडिकल कालेजों की तुलना में राजकीय मेडिकल कालेज जालौन (उऱई) में सभी संसाधन सुलभ करा दिये गये जिसका सीधा लाभ जनपद के वासियों एवं आम जनमानस को मिला। डा0 आरके सिंह (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक) नें प्रधानाचार्य के कुशल नेतृत्व एवं प्रबंधन क्षमता की जमकर सराहना की। उन्होनें कहा कि अन्य मेडिकल कालेजों की तुलना में राजकीय मेडिकल कालेज, जालौन में निम्नतम मृत्युदर का होना इस बात का प्रमाण है कि किस समर्पित भाव से मेडिकल टीम नें प्रधानाचार्य के प्रयासों में जान फूंक दी। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण कालेज से डिस्जार्ज होने वाले अति विशिष्ट व्यक्तियों एवं आम जनमानस के फीडबैक फार्म में उनके शब्दों में स्पष्ट रूप से देखा और फीडबैक वीडियो क्लिप्स में सुना जा सकता है। आम जनमानस में कालेज के प्रति बढ़ता हुआ विश्वास सारे प्रमाण स्वतः प्रस्तुत करता है। प्रधानाचार्य के कार्य की सराहना उ0 प्र0 शासन एवं सरकार तक पहुँची है, यहाँ तक कि आमजनमानस एवं ग्राम चौपालों में मेडिकल कालेज की सराहना की चर्चा हो रही है।
प्रधानाचार्य डा0 द्विजेन्द्र नाथ नें जिलाधिकारी को अपने व्यस्ततम समय से कालेज को दिये गये क्षणों हेतु उनका आभार प्रकट करते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड की जनता की समस्याओँ एवं बुन्देलखण्ड की सूखी जमीन पर जिलाधिकारी के प्रयासों नें नयी उम्मीद की किरण जगा दी। अपने प्रयासों से उन्होनें पानी की समस्या को दूर किया। नन्हे कलाम नामक अपनी योजना से कई बच्चों को पढ़ने की और हथियार को छोड़कर कलम पकड़कर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। इसके उपरान्त जिलाधिकारी एवं प्रधानाचार्य जी के द्वारा उन कोरोना स्टार्स का सम्मान किया गया। जिन्होनें अपनी जान, अपने परिवार की परवाह किये बिना इस महामारी को हरानें में अपना सर्वस्व झोंक दिया। उन सभी योद्धाओं को कोरोना स्टार प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिन्होनें अपनी शपथ सार्थक करनें में पूरे दृढ़ संकल्पित भाव से कार्य किया। सभी चिकित्सकों को सम्मान देनें के उपरान्त क्रमशः चिकित्सालय में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ एवं मिनिस्टीरियल स्टाफ को कोरोना स्टार प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी नें कार्यक्रम में उपस्थित सभी सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मेडिकल कालेज नें प्रदेश के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों की तरह सेवायें दी है जिसकी डिस्चार्ज के समय प्रधानाचार्य व मेडिकल टीम की बहुत सराहना की ऐसे समाचार आम जनता से निरंतर मिलते रहे। प्रधानाचार्य महोदय के कुशल नेतृत्व की जमकर सराहना करते हुए कहा की यह आवश्यक नहीं है कि परिवर्तन को शब्दों से बयान किया जाये, बुन्देलखण्ड की जनता को मेडिकल कालेज की चिकित्सकीय सेवाओं से जो भी लाभ मिला वो बिना बखान किये ही सर्वस्व देश प्रदेश में फैल गया। उन्होनें कहा कि जनपद के मेडिकल कालेज के सर्वांगीण विकास में जो भी सहायता जिला प्रशासन कर सकता है वह अवश्य करेगा जिससे कि यहाँ अध्यनरत छात्र जहाँ भी अपनी चिकित्सकीय सेवायें दे मेडिकल कालेज जालौन का नाम रौशन करें। अंततः डा0 मनोज वर्मा (सह-नोडल कोरोना कोविड-19) नें जिलाधिकारी का आभार प्रकट किया। सभी उपस्थित चिकित्सा शिक्षकों, चिकित्सकों, अधिकारियों, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, मिनिस्टीरियल स्टाफ और चतुर्थ श्रेणी कार्मिकों को आभार प्रकट किया जिनके संयुक्त एवं समर्पित भाव से किये गये कार्यों के कारण आज जनपद के अधिक से अधिक कोरोना ग्रसित मरीजों को पूर्ण रूप से स्वस्थ अवस्था में घर भेजा जा सका है। कार्यक्रम में डॉ आरएन सिंह कुशवाहा (उप-प्रधानाचार्य), डॉ जीएस चौधरी (विभागाध्यक्ष, बालरोग विभाग), डॉ सूबिया करीम अंसारी (विभागाध्यक्ष, बायोकेमिस्ट्री विभाग), डॉ कुलदीप चन्देल आदि उपस्थित रहे।