प्रशिक्षित सभी डॉक्टर अनुभवित डॉक्टर की निगरानी में करें नसबंदी – अपर निदेशक
प्रसव उपरांत नसबंदी को दिया जाए बढ़ावा
मण्डल के सभी जनपदों की दो सीएचसी करायी जाए तैयार
प्रसव के उपरान्त ही नसबंदी है अच्छा विकल्प
आयोजित हुयी मण्डल स्तरीय परिवार नियोजन सेवा प्रदाताओं की बैठक
उरई। बीते गुरुवार को सिफ़प्सा के तत्वावधन में मंडल स्तरीय नसबंदी सेवा प्रदाताओ के साथ परिवार नियोजन की स्थायी विधि को बढ़ावा देने के लिए एक संवाद बैठक का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता अपर निदेशक, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण झाँसी मंडल डॉ. अल्पना बतारिया ने की।
बैठक का मुख्य उद्देश्य उन सभी नसबंदी में प्रशिक्षित डॉक्टरों को मुख्यधारा से जोड़ना था जो अभी यह कार्य नहीं कर रहे हैं। अर्थात वर्तमान समय में जितने भी नसबंदी में प्रशिक्षित सीनियर डॉक्टर हैं, और नए प्रशिक्षण प्राप्त डॉक्टर के बीच तालमेल बिठाकर बेहतर परिवार नियोजन की स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा सके। जिससे कि परिवार नियोजन को बढ़ावा मिल सके और प्रजनन दर में कमी की जा सके। अगर आंकड़े देखे तो पूरे भारत की प्रजनन दर 2.2 वही उत्तर प्रदेश की 2.7 हैं। झाँसी मण्डल में जनपद झाँसी की 2.3 जालौन 3.2 और ललितपुर में इन सब से कहीं अधिक 3.4 प्रजनन दर है।
अपर निदेशक ने सभी को संबोधित करते हुये कहा की जो सेवा प्रदाता अच्छा कार्य कर रहे है उन सभी को बहुत-बहुत शुभकामनायें आशा है आगे भी वह ऐसे ही अच्छा करेंगे लेकिन जो कम कार्य कर रहे है वह थोड़ी और मेहनत करके संख्या बढ़ाएँ और जिन्होंने शुरू ही नहीं किया है वह अपने सीनियर से के साथ मिलकर शुरुआत करें।
संयुक्त निदेशक डॉ॰ रेखा रानी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये कि नसबंदी शिविरों को उचित योजना बनाकर आयोजित किया जाए। वही एसीएमओ को निर्देश दिये कि जनपद में गठित परिवार नियोजन क्वालिटी एश्योरेंस की टीम त्रिमासिक बैठक कर गैप को चिन्हित करे और उचित योजना बनाकर कार्य करे।
एनएचएम/सिफ़प्सा के मण्डलीय प्रबन्धक आनंद चौबे ने प्रसव उपरान्त नसबंदी को बढ़ावा देने पर जो दिया। उन्होने कहा कि प्रसव के बाद जब महिला अस्पताल में होती है तो हमें वही नसबंदी करने के लिए प्रोत्साहित करना है जिससे कि उसे दोबारा परेशान न होना पड़े। इसके साथ ही साथ हमें पुरुष नसबंदी को भी बढ़ावा देना है। प्रसव उपरान्त नसबंदी के लिए उन्होने कहा कि शुरुआत के लिए मण्डल के हर जिले पर दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को चयनित किया जाए जहां फ़ोकस होकर प्रसव उपरान्त नसबंदी के लिए लोगों को जागरूक किया जाए।
मण्डलीय प्रबन्धक ने कहा कि जिन सेवा प्रदाताओ ने अपनी ट्रेनिंग पूरी कर ली है और अभी एक भी नसबंदी नहीं की है वह अपने सीनियर्स के साथ ओटी में जिससे कि उनकी नसबंदी करने की झिझक दूर हो सके। अभी प्रति जनपद केस लोड ज्यादा है आंकड़ो की माने तो झाँसी में 39, ललितपुर में 36 और जालौन में 18 नसबंदी सेवा प्रदाता है, इसके बाद भी झाँसी में 17, जालौन में 12 और ललितपुर में 19 सेवा प्रदाताओं ने एक भी केस नहीं किया है।
बैठक में सेवाप्रदाताओं ने अपने कार्य अनुभव को साझा किया और अपर निदेशक के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा। इसके साथ ही उनसे एक फ़ीडबैक फॉर्म भी भरवाया गया। बैठक के अंत में सभी सेवा प्रदाताओ को प्रतिभाग करने के लिए स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।