श्रावण मास के अंतिम सोमवार पर पंचनद के शिव मंदिरों में जुटी भक्तों की भारी भीड़
जगम्मनपुर (विजय द्विवेदी) श्रावण मास के अंतिम सोमवार के अवसर पर पंचनद क्षेत्र के मंदिरों पर कावड़ियों एवं श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना व जमकर जलाभिषेक किया।
श्रावण मास में भगवान शिव की आराधना करने एवं कांवड़ यात्रा कर सोमवार को जलाभिषेक करने की प्राचीन परंपरा है। देश के प्रत्येक हिस्से में सनातनधर्मी हिन्दू इस पवित्र माह में शिवतीर्थों में जाकर गंगाजल से शिव अभिषेक एवं पूजा अर्चना करते हैं। इसी क्रम में पंचनद के क्षेत्र के प्राचीन शिव मंदिर महाकालेश्वर एवं श्री बाबा साहब मंदिर पर हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की पूजा अर्चना की। वहीं हजारों श्रद्धालुओं में किसी ने पंचनद का पवित्र जल तथा कुछ लोगों ने बिठूर से गंगा की जी का पावन जल लाकर भारेश्वर महादेव (भरेह, औरैया), महाकालेश्वर महादेव (पंचनद इटावा), श्री बाबा साहब मंदिर (पंचनद जालौन), देवकली मंदिर (औरैया), भूरेश्वर महादेव (सरावन जालौन) मंदिरों पर जाकर भगवान शिव का जलाभिषेक कर विविध प्रकार से पूजा अर्चना की। इसके अतिरिक्त सोमवार का व्रत करने वाली महिलाओं बालिकाओं ने इस अवसर पर गरीबों तथा कन्याओं एवं ब्राह्मणों को भोजन करवा कर अपने व्रत का परायण किया। बिठूर से गंगा जल लाकर जायघा के महादेव पर जल चढ़ाने वाले कांवड़ यात्री सत्येंद्र सिंह, सहदेव सिंह, अवधेश सिंह, दीपक सिंह, आशीष, अर्पित, स्वप्निल, अंकुश, मनीष, हिमांशु, चंदू , शिव प्रताप, रोली, संदीप, गोलू आदि ने बताया कि लगभग 130 किलोमीटर का कठिन सफर भगवान शिव के जयकारों के साथ सहजता से कब और कैसे पूरा हो गया। इसका उन्हें एहसास भी नहीं हुआ और शिवजी पर गंगाजल चढ़ा कर सुखद आनंद की अनुभूति हो रही है।