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बुंदेलखंड खंगार आरख समाज अधिकार मंच ने 27 दिसंबर को सरकारी अवकाश घोषित करने हेतु दिया ज्ञापन

उरई। सोमवार 19 जुलाई को बुंदेलखंड खंगार आरख समाज अधिकार मंच के पदाधिकारियों ने महाराजा खेत सिंह जयंती 27 दिसंबर को सरकारी अवकाश घोषित करने हेतु प्रधानमंत्री संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।

ज्ञापन के माध्यम से बुंदेलखंड खंगार आरख समाज के संस्थापक अमित खंगार ने बताया कि हिंदू हिंदुत्व पर राजनीति करने वाली पार्टी व उनके नेताओं ने प्रथम स्वतंत्र हिंदू राष्ट्र के संस्थापक महाराजा खेत सिंह खंगार को आजाद भारत में उपेक्षित रखा महाराजा खेत सिंह खंगार जो प्रथम हिंदू राष्ट्र जो जुझौतिखण्ड राज्य वर्तमान बुंदेलखंड के संस्थापक रहे जिनके द्वारा बुंदेलखंड में कन्या पूजन की प्रथा की नींव डाली गई थी।

“अधिपति वो भूप जिसकी कृति ये कुंडार, राजपूतों में प्रथम सिंह जय महाराजा खेत खंगार”

सिंह की उपाधि सर्वप्रथम खेत सिंह खंगार को प्राप्त थी। उनके बाद आज हर जाति धर्म के लोगों के नाम के आगे पीछे सिंह की उपाधि से सम्मानित हुए और सिंह शब्द का प्रचलन हुआ ऐसी कई उपाधि उनके नाम थी। जिसके शासनकाल में जलधन, जल संसाधन, जलसंचय, प्रक्रिया को प्रजा में प्रमोट करने का काम किया गया है और समाज भी सिंदूर तालाब गढ़कुंडार जैसे अनेका अनेक बावड़ी कुआं तालाब खुदवाया बनवाया गया।

बुंदेलखंड में आज भी प्राचीन काल के अधिक जल संसाधन पाए जाते हैं जो आज जन भावनाओं और जनसेवा के लिए उपयोगी बने हुए हैं। महाराजा खेत सिंह खंगार अंतिम हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहान के सामंत थे। इनका वर्णन सोलवीं शताब्दी चंद्र बरदाई राव द्वारा लिखित रातों में वर्णन पृथ्वी रासो से मिलता जुलता है समाज के बड़े नेताओं द्वारा ऐसा हमेशा बड़े मंच पर दर्शाया गया है।

महाराजा खेत सिंह खंगार ने प्रजा धर्म रक्षा के लिए पृथ्वीराज चौहान की साझेदारी में अनेक युद्ध लड़े खेत सिंह खंगार ने जिझौतिखंड को स्वतंत्र हिंदू राष्ट्र गणराज्य घोषित कर दिया था। इनका जन्म जयंती सन 1140 ई० में 27 दिसंबर को हुआ था उसी के उपलक्ष में महाराजा खेत सिंह 27 दिसंबर जन्म जयंती के उपलक्ष में मध्य प्रदेश शासन संस्कृत विभाग के द्वारा सरकार उत्सव राशि के माध्यम से तीन दिवसीय गढ़कुंडार महोत्सव मनाया जाता है।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों के द्वारा अनेक बार संबोधन बयानों में सुना गया है कि मध्य प्रदेश के जूनियर शिक्षक पाठ्यक्रमों में महाराजा खेत सिंह खंगार की जीवनी को प्रकाशित किया जाएगा। लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ बुंदेलखंड खंगार आरख अधिकार मंच ज्ञापन के माध्यम से यह मांग करता है कि महाराजा खेत सिंह खंगार की जयंती 27 दिसंबर को सरकारी अवकाश घोषित किया जाए।

भारत सरकार हिंदू हिंदुत्ववादी नेता सरकार में है व पहल करें और भारत देश की सबसे पिछड़ी खंगार समाज का उत्थान करें। इस ज्ञापन के दौरान अमित खंगार, रमाकांत सिंह, मनोज चाकी, रविकांत शर्मा, गौरीश, दीपक राघवेंद्र चाकी, अजय खंगार, बुध सिंह, हिमांशु खंगार, पवन सिंह खंगार आदि मौजूद रहे।

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