सम्पूर्ण समाधान दिवस में आयी हुई सभी शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण एवं ससमय निस्तारण किया जाये : जिलाधिकारी

उरई। शासन के निर्देश के क्रम में सम्पूर्ण समाधान दिवस प्रत्येक माह के प्रथम एवं तृतीय शनिवार को आयोजित किये जाने हेतु विस्तृत दिशा निर्देश दिये गये है। जिसके क्रम में जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में तहसील जालौन के तहसील सभागार में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन सम्पन्न हुआ।
सर्वप्रथम उन्होने सम्पूर्ण समाधान दिवस में उपस्थिति पंजीका का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला कृषि अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सहायक निदेशक बचत, अधिशाषी अभियन्ता जल निगम एवं अधिशाषी अभियन्ता नलकूप के सम्पूर्ण समाधान दिवस पर अनुपस्थित पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होने उपस्थिति पंजीका का अवलोकन पर यह भी पाया कि अधिकारी की जगह पर उनके प्रतिनिधि हस्ताक्षर कर देते है जिस पर उन्होने आपत्ति जाहिर करते हुये कहा कि यदि कोई अधिकारी किसी कारणवश नही आता है तो वह सूचित करे। उन्होंने यह भी कहा कि प्रतिनिधि हस्ताक्षर करते वक्त विभागीय प्रतिनिधि अंकित करते हुये दर्शाया जाये जिससे यह मालूम हो कि यह विभाग के प्रतिनिधि हैं।
इसके उपरान्त पिछले सम्पूर्ण समाधान दिवस में आये हुये प्रार्थना पत्रों के निस्तारण की अद्यतन समीक्षा कर उपस्थित समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि सम्पूर्ण समाधान दिवस के प्रार्थना पत्रों को लम्बित न रखा जाये। लम्बित प्रार्थना पत्रों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी द्वारा आज के सम्पूर्ण समाधान दिवस में दूर-दराज से आये हुये फरियादियों की शिकायतों को बड़े गम्भीरता पूर्वक सुनते हुये संबंधित अधिकारी को मौके पर बुलाकर वस्तु स्थिति से अवगत होते हुये शीघ्र निस्तारण किये जाने के कड़े निर्देश देते हुये प्रार्थना पत्रों को सौंप दियें।
आज के सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 54 शिकायतें प्राप्त हुई जिसमें राजस्व विभाग की 20, पुलिस विभाग की 17, विकास विभाग की 7, नगर पालिका की 3, जल संस्थान की 1, डूडा विभाग की 1, विद्युत विभाग की 4, एडीओपी 1 शिकायतें प्राप्त हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि आज आये हुये समस्त प्रार्थना पत्रों का गुणवत्तापूर्ण एवं ससमय निस्तारण करते हुये अवगत भी कराने का निर्देश दिये। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही क्षम्य नही होगी।
सम्पूर्ण समाधान दिवस के उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा जालौन में निर्माणाधीन बस स्टैण्ड का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्यो की प्रगति में धीमी पाये जाने पर एआरएम को निर्देशित किया कि इसे शीघ्र पूर्ण किये जाये। जिलाधिकारी द्वारा मौके पर कार्यो के गुणवत्ता में भी कमी पाये जाने पर निर्देशित किया कि जो भी कार्य किये जाये वह गुणवत्तापूर्ण होने चाहिये। एआरएम द्वारा बताया गया कि बस स्टैण्ड के निर्माण की कुल लागत 3 करोड़ 85 लाख है जिसे लगभग 4 माह में तैयार कर लिया जायेगा। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डा0 यशवीर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी डा0 अभय कुमार श्रीवास्तव, उपजिलाधिकारी जालौन मीनू राणा सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी मौजूद रहे।