कालपी पुलिस ने साइबर क्राइम सेल की मदद से ठगी करने वाले गिरोह को किया गिरफ्तार

उरई। शुक्रवार 9 जुलाई को कालपी पुलिस ने साइबर क्राइम सेल की मदद से ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह को पकड़ा जिसको लेकर दिन शुक्रवार 9 जुलाई को पुलिस लाइन में पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा उक्त संबंध में खुलासा किया गया।
खुलासा करते हुए एसपी यशवीर सिंह ने बताया कि ठगी करने वाले कई तरीकों को अपनाकर ठगी का कार्य करते थे उन्होंने बताया कि 6 जुलाई 2021 को कालपी कोतवाली पुलिस एवं साइबरक्राइम सेल्स की संयुक्त टीम द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओं का झांसा देकर बैंक धारकों से साइबर ठगी करने वाले 27 13 अभियुक्त गणों को मोबाइल फोन एटीएम कार्ड पासबुक आदि के साथ गिरफ्तार किया इस संबंध में कालपी कोतवाली में मु०अ०सं० 193/21धारा 420 भादवि एवं 66C/66D it एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया था जिसमें उनके मुखिया जितेंद्र कुमार पुत्र प्रेम नारायण एवं साथियों की तलाश थी थाना कोतवाली कालपी पुलिस एवं साइबर क्राइम सेल की संयुक्त टीम द्वारा 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जिनमें जितेंद्र कुमार पुत्र रामबाबू अनुज कुमार सेठ पुत्र राधेश्याम सेठ लोकेंद्र कुमार पुत्र भानु प्रताप सुमित और मयादीन पुत्र छोटे एवं जितेंद्र कुमार पुत्र प्रेम नारायण को अलग अलग बैंकों के 52 एटीएम डेबिट कार्ड, 6 एंड्रॉयड मोबाइल, 71340 रुपये नगद एवं एक वेन्यू कार जिसका नंबर यूपी 78 जीबी 9958 के साथ गिरफ्तार किया गया। खुलासे में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभियुक्त गणों को जनपद जालौन के थाना क्षेत्र कोतवाली कालपी के दुर्गा मंदिर के पास मोहल्ला हरी गंज कालपी से शुक्रवार दोपहर 2:15 बजे गिरफ्तार किया गया पूछताछ के दौरान अभियुक्त गणों ने बताया कि हम सभी लोग विभिन्न बैंकों के एटीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ करके अवैध तरीके से धन निकासी करके विभिन्न बैंकिंग संस्थाओं के साथ धोखाधड़ी करते हैं एवं अपने जान पहचान के लोगों के पहचान पत्रों को लेकर विभिन्न बैंकों में खाता खुलवा ते हैं जिसमें अपनी ईमेल आईडी का प्रयोग करते हैं खाताधारकों को बहला-फुसलाकर एवं विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ का लालच देकर उनके एटीएम कार्ड व पासबुक प्राप्त कर लेते हैं हम लोग मिलकर के विभिन्न माध्यमों से ओ एल एक्स पर क्रय विक्रय करके गूगल पर अपना मोबाइल नंबर विभिन्न एजेंसियों के कस्टमर केयर के नाम से अंकित करते हैं जब कोई व्यक्ति के साथ कोई समस्या हो जाती है तो गूगल से कस्टमर केयर का नंबर निकलता है जो हमारे नंबर होते हैं जिस से बात करने पर हम लोग उस व्यक्ति को एनीडेस्क, क्विक सपोर्ट, एनीव्हेयर आदि स्क्रीन शेयर ऐप के माध्यम से व अन्य माध्यमों से लोगों के साथ धोखाधड़ी करके इन्हीं खातों में पैसा ट्रांसफर करवा लेते हैं जिन्हें एटीएम डेबिट कार्ड के माध्यम से विभिन्न शहरों में स्थित एटीएम मशीनों से पैसा निकाल कर हम सब लोग आपस में बांट लेते हैं जो पैसा मिलता है उसी से हम अपने शौक व जरूरत को पूरा करते हैं इसी प्रकार आज भी हम लोग विभिन्न शहरों के एटीएम से पैसे निकाल कर अपने घर जा रहे थे की पुलिस के लोगों ने हम लोगों को पकड़ लिया जो पैसे हम लोगों के पास मिले हैं यह पैसे भी फ्रॉड के ही हैं जो खर्च करने के बाद शेष बचे हैं उक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली टीम में निरीक्षक उमाकांत ओझा, उपनिरीक्षक आलोक पाल, उपनिरीक्षक रामप्रकाश प्रभारी साइबर सेल, कॉन्स्टेबल आलोक यादव साइबर सेल, कांस्टेबल सुशांत मिश्रा साइबर सेल, कांस्टेबल अमित कुमार कोतवाली कालपी, कांस्टेबल अरविंद कुमार कोतवाली कालपी एवं घनश्याम मिश्रा कोतवाली कालपी मौजूद रहे।