पत्रकारों के समर्थन में व्यापरियों सहित राजनीतिक पार्टियों ने दिया ज्ञापन

उरई। पत्रकारों पर लगे फर्जी मुकदमें वापिस लिए जाने को लेकर बहुजन समाजपार्टी की जनपद इकाई ने लिखित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौपकर पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमें लगाना सिर्फ निन्दनीय ही नहीं बल्कि भत्र्सना करने योग्य हैं और यह भविष्य में जन आक्रोश बढने का भी कारण बन सकती है। ज्ञापन में बताया कि विगत समय में पुलिस द्वारा पत्रकारों के खिलाफ उत्पीडन बढा है। पत्रकारों द्वारा पुलिसकर्मियों के शिथिल रवैये व भ्रष्टाचार उत्पीडन आदि की वास्तविक खबर प्रकाशित करने पर उनके खिलाफ कई फर्जी मुकदमें लिख लिए गए है। पुलिस आलाअधिकारियों के द्वारा भी ऐसे प्रकरण में शिथिल रवैया बहुत ही गलत है। इससे जिले के समूचे पत्रकार समूह में आक्रोश व्याप्त है। इस महामारी के दौर में मीडिया के सभी लोग किस तरह जान जोखिम डालकर प्रशासन की प्रत्येक गतिविधि को आमजन मानस तक पहुचाया जाता है एवं जनता को प्रशासन के प्रति भरोसा बरकरार रखने हेतु माध्यम बना हुआ है। ऐसे कोरोना योद्धा होकर विषम परिस्थितियों में काम करने वाले पत्रकारों के ऊपर पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमें लगाना सिर्फ निन्दनीय ही नहीं बल्कि भत्र्सना करने योग्य है एवं भविष्य में जन आक्रोश का भी कारण बन सकता है। ऐसी स्थिति में पत्रकारों पर लगे फर्जी मुकदमें वापिस लिए जाये व उत्पीडन की घटनाओं को उच्च स्तरीय जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों पर कडी कार्यवाही की जायें। इस दौरान ज्ञापन देने में प्रमुख रूप से संजय गौतम जिलाध्यक्ष, महेन्द्र सोमई, आनन्द परिहार, शशिकांत पाल, रविन्द्र कुमार जाटव आदि लोग मौजूद रहें। इसी क्रम में आज भारतीय रिपब्लिकन पार्टी के जिलाध्यक्ष मनोज अहिरवार, सुशील चौधरी, अमित वर्मा, परशुराम, कृपाराम आदि ने पत्रकारों के पक्ष में ज्ञापन सौपकर न्याय की मांग की। साथ ही उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मण्डल की जनपद इकाई ने पुलिस द्वारा पत्रकारों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमें को खारिज किए जाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सौपा। इस दौरान ज्ञापन देने में प्रमुख रूप से संदीप गुप्ता, रंजीत सिंह, प्रदीप कुमार, राघवेन्द्र कुमार, दिलीप सेठ आदि लोग मौजूद रहें।