बूढ़ी विधवा मां बोली मंडी चौकी इंचार्ज के डर से फांसी पर झूल गया मेरा बेटा

उरई। मंडी चौकी इंचार्ज की कार्यप्रणाली से क्षेत्र के लोग काफी दहशत में हैं। चौकी इंचार्ज कब किसी उठा ले जाएं और किस फर्जी मामले में जेल भेज दें ये डर मंडी चौकी क्षेत्र के लोगों के दिमाग में बस गया है। मंडी चौकी इंचार्ज की दहशत के चलते एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी।
एक विधवा बूढ़ी मां ने रो रोकर मंडी चौकी इंचार्ज पर जमकर आरोप लगाए। उसने कहा कि मेरे पुत्र की मौत का जिम्मेदार मंडी चौकी इंचार्ज अभिषेक सिंह है। उसी की दबंगई और डर के चलते मेरे पुत्र ने फांसी लगा ली। उसने आरोप लगाया कि पहले मेरे पुत्र को तमंचा लगाकर जेल भेज दिया। बड़ी मुश्किल में जमानत कराई लेकिन अगले दिन ही मंडी चौकी इंचार्ज और सिपाहियों ने मेरे पुत्र को बहुत पीटा जिसके चलते वह इतना डर गया कि उसने फांसी लगा ली। विधवा ने पुलिस अधीक्षक को भी मंडी चौकी इंचार्ज की कारगुजारियों को लेकर एक शिकायती पत्र दिया और कहा कि प्रार्थिनी गुड्डन पत्नी स्व. सुरेश इंदिरा नगर वार्ड नंबर चौदह उरई की निवासी है। प्रार्थिनी विधवा है जो कि मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करती है।
प्रार्थिनी का आरोप है कि उसके पुत्र विनय रायकवार को पच्चीस दिन पूर्व में शाम के समय राठ रोड पुल के नीचे से गल्ला मंडी चौकी इंचार्ज अभिषेक सिंह अकरण उठा ले गए थे और रात भर मारपीट करते रहे। जब पूछा तो कहा कि हमें पता नहीं कहां है आपका लडक़ा। कभी कहते कि कोटरा पुलिस ले गई तो कभी कहते कि एसओजी ले गई। दूसरे दिन पता चला कि उसके पुत्र को मंडी चौकी इंचार्ज ने एक कट्टा और कारतूस लगाकर चालान कर दिया। प्रार्थिनी ने बताया कि जैसे तैसे उसने जमानत कराई तो दो दिन पहले चौकी इंचार्ज मेरे घर आये और आकार अकारण ही मेरे पुत्र को बहुत मारा पीटा और मेरी पुत्री सोनिया को भी मारा जिस कारण पुत्र दो दिन से इतनी दहशत में था कि कल शाम उसने घर पर ही फांसी लगा ली जिससे उसकी मृत्यु हो गई। प्रार्थिनी ने मंडी चौकी इंचार्ज एवं सिपाहियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की।
मृतक की आंखें गायब देख भडक़े परिजन –
पहले से ही दुखी परिजनों का गुस्सा उस समय फूट गया जब वह मोर्चरी से मृतक को पोस्टमार्टम के लिए ले जा रहे थे। मृतक की आंखें गायब देख परिजन हैरान हो गए और उनका आक्रोश भडक़ गया। परिजनों ने अस्पताल गेट पर ही मृतक के शव को रसख दिया और होहल्ला करने लगे। सूचना पाकर कोतवाल विनोद पांडेय और सीओ संतोष कुमार मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया।
चौकी इंचार्ज पर कार्रवाई की परिजनों ने की मांग –
जब परिजन शव को सडक़ पर रखकर होहल्ला कर रहे थे तो सबसे ज्यादा आक्रोश मंडी चौकी इंचार्ज के खिलाफ था। परिजनों ने इसी शर्त पर शव को उठाने दिया कि चौकी इंचार्ज अभिषेक सिंह के खिलाफ कार्रवाई की जाए।