जिला पंचायत की पच्चीस सीटों के परिणाम घोषित, बसपा व निर्दलीयों ने बनाया दबदबा

उरई। जनपद में जिला पंचायत सदस्य की पच्चीस सीटों के लिए हुए चुनाव के परिणाम सामने आ चुके हैं जिसमें सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को उसका मंशानुसार परिणाम न मिलने से पार्टी कार्यकर्ताओं में निराशा देखने को मिली। वहीं बहुजन समाज पार्टी के यह चुनाव नई ऊर्जा का संचार करने वाला रहा। पार्टी के कुल सात प्रत्याशियों ने जीत का परचम लहराया है वहीं समाजवादी पार्टी के खाते में चार सीटें गई हैं। सबसे ज्यादा अचरज में निर्दलीय प्रत्याशियों ने डाला है जिन्होंने पच्चीस में सात सीटें जीतकर राजनैतिक आंकड़ों को गड़बड़ा कर रख दिया है। हालांकि कांग्रेस को भी एक सीट मिलने से कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटने से बच गया।
बबीना से निर्दोष 10322, अकबरपुर से अतर सिंह 6588, परासन से रणविजय सिंह 6430, चतेला से ज्ञान सिंह 4708, ऐर कैलाश राजपूत 16962, डकोर से उमा देवी 10300, जैसारी कला से अर्चना 6065, गढऱ से मनोज याज्ञिक 4145, दिरावटी से मीनाक्षी देवी पटेल 14973, पहाडग़ांव से पूनम निरंजन 9666, कैलिया से उर्र्मिला सोनकर 4828, खकसीस से अमृता 8764, रेंढऱ से घनश्याम अनुरागी 7082, सिकरी राजा से संजीव 5604, सहाव से पुष्पेंद्र सिंह 9156, शहजादपुरा से रामेंद्र त्रिपाठी 6766, गोहन से देवेंद्र कुमार 9203, हरौली मालती 115356, मई से प्रियंका 7722, जगम्मनपुर से ज्योति देवी 9821, वावली से रेखा 9197, सिरसा कलार से अनिल कुमार 7034, कुठौंद अनिरुद्ध 5640, महेवा से मातावती 6810, चुर्खी से निशा देवी 14210 मत पाकर विजयी हुए।
बारह मातृ शक्तियों के हवाले क्षेत्र का विकास
जिला पंचायत के पच्चीस सदस्यीय सदन में बारह मातृशक्तियों की भी मौजूदगी रहेगी जो कि अपने अपने क्षेत्र के विकास के लिए प्रयासरत रहेंगी। हालांकि मतदाताओं ने इस बार काफी सोच समझकर प्रत्याशियों को चुना है। जो मातृशक्तियां इस बार क्षेत्रों से निर्वाचित होकर आई हैं उनमें से कई स्नातक या परास्नातक हैं तो किसी ने प्रशासनिक सेवा में अपना योगदान दिया है तो कोई भी जिला पंचायत सदस्य रहकर अपने क्षेत्र के विकास में अहम योगदान दे चुकी हैं।